
लखनऊ/गोरखपुर, 29 सितंबर 2025 :
यूपी के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ में कैम्प कार्यालय से सीएम योगी आदित्यनाथ ने विकसित यूपी @ 2047 कार्यक्रम में जिला और क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों से सीधे संवाद किया। प्रतिनिधियों ने बीते साढ़े आठ वर्षों में अपने क्षेत्रों में हुए विकास कार्य और इनोवेशन (नवाचार) साझा किए। इस दौरान सीएम ने कहा कि जब पंचायतें आत्मनिर्भर होंगीं तभी यूपी का विकास होगा। ग्राम पंचायतें स्थानीय जरूरतों के हिसाब से योजनाएं बनाएं।

पंचायतें आत्मनिर्भर होंगीं तभी होगा यूपी का विकास
वर्चुअल संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी पंचायतों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि इसी तरह के प्रयास जारी रहे तो उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भरता और विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा। इससे पूर्व गोरखपुर अमरोहा के धनौरा ब्लॉक की प्रमुख आशा चंद्रा ने महिलाओं के स्वयं सहायता समूह और स्ट्रॉबेरी खेती जैसी आय-सृजन पहलों का उदाहरण दिया। मुख्यमंत्री ने पंचायतों को स्थानीय जरूरतों के अनुसार योजनाएं बनाने और नवाचार अपनाने की सलाह दी।
आय सृजन गतिविधियों को बढ़ाने पर दिया जोर
एटा के शीतलपुर ब्लॉक ने आठ वर्षों में अभूतपूर्व विकास कार्य किए और मॉडल ब्लॉक के रूप में पहचान बनाई। कानपुर देहात के सरवनखेड़ा ब्लॉक में वर्षा जल संचयन, पिंक टॉयलेट और ग्रामीण बाजारों के उन्नयन जैसी पहलों पर जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण हाट और सामुदायिक हॉल जैसी आय-सृजन गतिविधियों को बढ़ावा देने पर बल दिया। सोनभद्र के चोपन ब्लॉक की प्रमुख लीला देवी ने अमृत सरोवर, चेकडैम और बकरी के दूध से साबुन बनाने जैसे छोटे उद्योगों का उदाहरण साझा किया। उन्होंने पिकनिक स्पॉट के विकास का प्रस्ताव रखा, जिसे मुख्यमंत्री ने भेजने के निर्देश दिए।
पीलीभीत व मेरठ के प्रयासों को सराहा
पीलीभीत और मेरठ जिलों में दुकानों के निर्माण, खाली जमीनों के सदुपयोग और कर संग्रह से आय बढ़ाने के प्रयासों को मुख्यमंत्री ने मॉडल उदाहरण बताया। प्रयागराज के जिला पंचायत अध्यक्ष ने मैरेज हॉल निर्माण और अन्य जनोपयोगी कार्यों की जानकारी दी।






