
अशरफ अंसारी
इटावा, 5 दिसंबर 2024:
यूपी के इटावा जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मरीजों की सेहत पर वहां की बदइंतजामी भारी पड़ सकती है। मरीजों को दिए जाने वाले सड़े-गले फल उनका स्वास्थ्य बेहतर करने की बजाय बिगाड़ सकते हैं। इस अव्यवस्था से अस्पताल प्रशासन अनजान बना है।
इटावा के भीमराव अंबेडकर जिला अस्पताल में तमाम मरीज भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। इन मरीजों को रोज ताजे और साबुत फल देने की व्यवस्था है। दूसरी तरफ मरीजों को कटे और सड़े फल दिए जा रहे हैं। ये फल अक्सर खाने लायक नहीं होते हैं। बताते हैं कि फलों की आपूर्ति बाहरी व्यक्ति के माध्यम से होती है। इस अव्यवस्था से अस्पताल प्रशासन अनजान बना है।
जिला अस्पताल के सीएमएस एमएम आर्य का कहना है कि मरीजों को ताजे फल मिलने चाहिए। ये जिम्मेदारी ठेकेदार की है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में नोडल अधिकारी को आदेश दिए गए हैं। वे जांच करेंगे, ठेकेदार की लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।