नई दिल्ली, 3 फरवरी 2025
विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की ईमानदारी पर आरोप लगाए । गांधी ने दावा किया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र की मतदाता सूची में करीब 70 लाख नए मतदाताओं का जुड़ना बेहद संदिग्ध है। उन्होंने कहा, “यह संख्या हिमाचल प्रदेश की जनसंख्या जितनी है।” शिरडी की एक ही इमारत में 7,000 से ज़्यादा मतदाता जुड़ गए। इस सबमें कुछ गड़बड़ ज़रूर है।”
कांग्रेस नेता ने आगे आरोप लगाया कि सभी नव पंजीकृत मतदाता ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों से हैं जहां भाजपा विजयी हुई है।
गांधी ने कहा, “हिमाचल प्रदेश की अतिरिक्त आबादी ने महाराष्ट्र में मतदान किया है। दिलचस्प बात यह है कि सभी नए मतदाता उन निर्वाचन क्षेत्रों में हैं, जहां भाजपा जीती है।” “ये तथ्य हैं, ऐसी चीजें नहीं जिन्हें मैं बदल रहा हूं।” “सम्पूर्ण विपक्ष महाराष्ट्र चुनावों के लिए डेटा मांग रहा है। और मुझे पूरा भरोसा है कि चुनाव आयोग हमें यह डेटा नहीं देगा।”
इससे पहले, राहुल ने इस स्थिति को भारत की चुनाव प्रणाली की एक “गंभीर समस्या” बताया था तथा चुनाव आयोग पर महत्वपूर्ण मतदाता डेटा को रोके रखने का आरोप लगाया था। “कांग्रेस और विपक्ष महाराष्ट्र और हरियाणा चुनावों की मतदाता सूचियाँ माँग रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें साझा करने से इनकार कर दिया है।” “चुनाव आयोग हमें मतदाता सूचियाँ देने से क्यों इनकार करेगा? हमें और बाकी विपक्ष को उन्हें न देने से क्या उद्देश्य पूरा होगा?”
पिछले वर्ष के अंत में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 में से 235 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की थी।
भाजपा ने अकेले ही 132 सीटें प्राप्त कर विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन को प्रभावी रूप से ध्वस्त कर दिया, जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (सपा) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल थे।