नयी दिल्ली , 2 नवम्बर 2024:
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर आतंकवादियों के प्रति नरम रुख दिखाते हुए कहा है कि उन्हें मारना नहीं चाहिए, बल्कि पकड़कर पूछताछ करनी चाहिए। अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा कि आतंकियों को जीवित पकड़कर उनसे जानकारी हासिल की जानी चाहिए ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनके पीछे कौन है और इस तरह की घटनाओं में किसका हाथ है।
आतंकवादी घटनाओं की जाँच पर जोर
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वर्तमान में भी आतंकवादी घटनाएं हो रही हैं, जिनकी गहन तहकीकात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समझने की जरूरत है कि क्या इन घटनाओं के पीछे कोई एजेंसी या गुप्त संगठन काम कर रहा है।
अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि हर बार आतंकवाद की घटनाओं का दोष केवल पाकिस्तान पर नहीं लगाया जा सकता, बल्कि इनकी जांच करके सच्चाई को सामने लाना चाहिए।
बयान पर विवाद
फारूक अब्दुल्ला का यह बयान उस वक्त आया है जब देश में आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई की मांग बढ़ रही है। उनके इस बयान से एक बार फिर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों ने उनके इस बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जबकि अब्दुल्ला ने एक बार फिर आतंकियों के प्रति सहानुभूति दिखाने का प्रयास किया है।