
आगरा,27 जनवरी 2025
आगरा में यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती के दौरान दस्तावेज सत्यापन में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मथुरा के धर्मपुरा निवासी प्रदीप सिंह ने उम्र कम करने के लिए दो बार हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। पहले उसने 2013 में परीक्षा पास की थी, जिसमें उसकी जन्मतिथि 12 मई 1998 थी, लेकिन पुलिस में भर्ती होने के लिए 2020 में फिर से हाईस्कूल की परीक्षा देकर जन्मतिथि बदलकर 5 जुलाई 2005 कर ली। दस्तावेज सत्यापन के दौरान ई-केवाईसी में दोनों जन्मतिथियों का भंडाफोड़ हो गया। पुलिस ने जांच में दो अलग-अलग जन्मतिथि वाले आधार कार्ड, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।
भर्ती प्रक्रिया के दौरान पुलिस को शक है कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए परीक्षा में शामिल कई अन्य अभ्यर्थी भी पकड़े जाने के डर से सत्यापन प्रक्रिया में अनुपस्थित हो रहे हैं। पुलिस लाइन में रोजाना 225 अभ्यर्थियों को बुलाया जा रहा है, जिनमें से 10-12 उम्मीदवार लगातार अनुपस्थित पाए जा रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए तीन अलग-अलग बोर्ड बनाए गए हैं, जिनमें पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की कड़ी जांच की जा रही है, ताकि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े को रोका जा सके।






