लखनऊ, 3 जुलाई 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में विशालखंड स्थित शिव भोले मंदिर परिसर में गुरुवार को एक विशेष धार्मिक कार्यक्रम के दौरान 15 लोगों की “घर वापसी” कराई गई। बताया गया कि ये सभी पूर्व में हिंदू से मुस्लिम धर्म में परिवर्तित हो चुके थे।
यस आयोजन विश्व हिंदू रक्षा परिषद की ओर से किया गया। घर वापसी करने वालों को शुद्धिकरण के बाद भगवा गमछा पहनाया और तिलक लगाकर मंदिर में पूजा-अर्चना कराई गई। पूरे अनुष्ठान के दौरान मंत्रोच्चार किया गया और “जय श्रीराम” के नारे लगाए गए। आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल तैनात रहा।
घर वापसी करने वाले लोगों का संबंध बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, औरैया, मुरादाबाद और सहारनपुर जिलों से बताया गया है। परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने आरोप लगाया कि बलरामपुर निवासी झांगुर बाबा उर्फ छांगुर पीर मोहम्मद अहमद खान, अब्दुल माबूद रजा और मेराज अंसारी उर्फ रुद्र शर्मा जैसे लोग फर्जी पहचान और लालच के माध्यम से धर्मांतरण करवा रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि इन लोगों को विदेशों से फंडिंग मिलती है। उन्होंने लगभग तीन हजार लोगों का धर्मांतरण कराया है। कुछ मामलों में लड़कियों को निशाना बनाकर जबरन या धोखे से निकाह कराया गया। बाद में उनकी संपत्ति पर कब्जा किया गया।
विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। गोपाल राय के अनुसार इन आरोपियों के खिलाफ विभिन्न थानों में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनके तार उत्तर प्रदेश में हुई कमलेश तिवारी और चंदन गुप्ता की हत्या से भी जुड़े हो सकते हैं।