गाजियाबाद,30 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मास्टर प्लान 2031 को लेकर नई योजना तैयार की गई है। हाल ही में शासकीय समिति की बैठक में पब्लिक से आपत्ति और सुझाव लेने के बाद इसे शासन से अप्रूवल के लिए भेजने का निर्देश दिया गया था। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने इस प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है और अप्रैल के पहले सप्ताह तक इसे पूरा कर शासन को भेजने की योजना है। दावा किया जा रहा है कि अप्रैल में ही मास्टर प्लान 2031 को मंजूरी मिल जाएगी, क्योंकि इसके रास्ते की सभी रुकावटें दूर हो चुकी हैं।
गौरतलब है कि मास्टर प्लान 2021, जो पहले लागू किया जाना था, वह करीब पांच साल लेट हो चुका है। यह योजना अब केवल 2031 तक के लिए बनाई गई है। इससे पहले मास्टर प्लान 2021 ऑटोकैड आधारित था, जिसे 2031 के लिए जीआईएस में कन्वर्ट कर दिया गया। इस दौरान 65 मामलों में खामियां सामने आईं, जिन्हें जीडीए ने बोर्ड में प्रस्तुत करने से पहले ठीक कर दिया। हालांकि, बदलावों पर पब्लिक से आपत्ति और सुझाव नहीं लिए गए थे। शासकीय समिति की बैठक में आवास बंधु के एक अधिकारी ने इस पर आपत्ति जताई और चेतावनी दी कि बिना जनसुनवाई के अप्रूवल होने पर मामला कोर्ट में जा सकता है, जिससे विवाद बढ़ सकता है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने कहा कि संशोधित महायोजना-2031 के शीघ्र अनुमोदन से गाजियाबाद, मोदीनगर और लोनी के समग्र विकास को गति मिलेगी। जीडीए इसे जल्द से जल्द शासन से स्वीकृत कराकर जनता को सूचित करेगा।