
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 24 जून 2025:
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर गोरखपुर एयरपोर्ट का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। इसके तहत एयरफोर्स ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (MES) की करीब 42.20 एकड़ जमीन एयरपोर्ट को सौंपी है, जिस पर नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा। मंगलवार को इसको लेकर एयरपोर्ट परिसर में एयरफोर्स, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और जिला प्रशासन के बीच एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।

1000 करोड़ से अधिक आएगी लागत
इस परियोजना की अनुमानित लागत 1000 करोड़ रुपये से अधिक है। नया टर्मिनल भवन अगले चार वर्षों में तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही गोरखपुर एयरपोर्ट को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, जिनमें एक साथ 10 विमान खड़ा करने की सुविधा वाला एप्रेन, 1400 वाहनों की पार्किंग क्षमता और बेहतर सड़क कनेक्टिविटी शामिल है।
छह महीने में होगा शिलान्यास
अधिकारियों के अनुसार अगले 6 महीनों के भीतर शिलान्यास की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। फिलहाल ड्राइंग और एस्टीमेट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इसे तीन साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। प्रस्ताव है कि शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो।
यात्री सुविधा में 9 गुना से अधिक की बढ़ोतरी
वर्तमान में एयरपोर्ट की प्रति घंटे यात्री क्षमता 270 यात्रियों की है, जो विस्तार के बाद बढ़कर 2500 यात्री प्रति घंटे हो जाएगी, यानी 9.25 गुना अधिक। इसके लिए एक नया राउंडओवर, अंडरपास और फोरलेन कनेक्टिविटी भी विकसित की जाएगी।
उड़ानों की संख्या में होगी जबरदस्त वृद्धि
अभी गोरखपुर एयरपोर्ट से प्रतिदिन 26 उड़ानें होती हैं। विस्तार के बाद यहां से 24 घंटे में 200 उड़ानों के संचालन की संभावना होगी, जिससे क्षेत्रीय व राष्ट्रीय संपर्क और अधिक मजबूत होगा। इस एमओयू पर हस्ताक्षर के मौके पर डीएम कृष्णा करुणेश, एयरफोर्स के अधिकारी प्रशांत कुमार सिंह और एयरपोर्ट डायरेक्टर रजनीश कुमार पाराशर उपस्थित रहे।






