हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 10 जनवरी 2025:
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर आज गोरखपुर महोत्सव का भव्य शुभारंभ किया। इस महोत्सव में बॉलीवुड, भोजपुरी और सूफी गीतों की गूंज पर गोरखपुर के लोग झूमेंगे। कार्यक्रम रामगढ़ ताल किनारे स्थित चंपा देवी प्रांगण में आयोजित किया जा रहा है, जहां स्थानीय लोग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद उठा रहे हैं।
सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन को बढ़ावा
गोरखपुर, प्राचीन काल से महायोगी शिवावतार गुरु गोरक्षनाथ और बौद्ध धर्म के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध रहा है। पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग, सूचना विभाग, जिला प्रशासन और स्थानीय उद्यमियों के संयुक्त प्रयास से आयोजित यह महोत्सव 16 जनवरी 2025 तक चलेगा। महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए इस बार महोत्सव को और भव्य रूप दिया गया है। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा स्टॉल और प्रदर्शनी भी लगाई गई हैं।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि गोरखपुर महोत्सव के माध्यम से न केवल स्थानीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए कला, संस्कृति, गीत-संगीत और खेल का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया जा रहा है। इस आयोजन में गोरखपुर के ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय स्तर पर पूंजी निवेश और युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
144 वर्षों बाद महाकुंभ का आयोजन
महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मंत्री जयवीर सिंह ने बुक स्टॉल का भी फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में 144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जिसमें देश-विदेश के 40 करोड़ से अधिक लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे। यह आयोजन प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि को वैश्विक मंच पर स्थापित करेगा।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि को नई पहचान
मंत्री ने आगे कहा कि गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि है और उनके नेतृत्व में प्रदेश के विकास कार्यों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रयागराज का कुंभ मेला और गोरखपुर महोत्सव इसका जीवंत उदाहरण हैं।