
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर,11 अप्रैल 2025:
घर-घर जाकर हो रही जांच मृतकों और अपात्रों को हटाने की तैयारी
उत्तर प्रदेश शासन ने पूरे प्रदेश में सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में गोरखपुर में समाज कल्याण विभाग की टीमों ने वृद्धावस्था पेंशन योजना के लाभार्थियों का घर-घर जाकर सत्यापन शुरू कर दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जिन लोगों को हर महीने 1000 रुपये की पेंशन मिल रही है, वे वास्तव में जीवित और पात्र हैं या नहीं।
विभाग को हाल ही में कई शिकायतें मिली थीं कि कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर भी पेंशन जारी हो रही है। इसके अलावा कई ऐसे लोग भी पेंशन ले रहे हैं जो सरकारी मापदंडों के अनुसार अपात्र हैं। ऐसे लाभार्थियों को सूची से हटाने की कार्रवाई तेज कर दी गई है।
25 मई तक पूरा होगा सत्यापन अभियान
जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के अनुसार, गोरखपुर में यह अभियान 25 मई तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ही वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही की पेंशन जारी की जाएगी। पात्र पाए गए लोगों को अप्रैल, मई और जून – तीन महीने की पेंशन की एकमुश्त राशि (3000 रुपये) उनके खाते में भेजी जाएगी।
2024-25 की सूची के आधार पर हो रही जांच, जरूरी दस्तावेज रखें तैयार
सत्यापन टीम जब लाभार्थियों के घर पहुंचे, तो उनसे पहचान पत्र, आयु प्रमाणपत्र और बैंक पासबुक दिखाने को कहा जाएगा। जिनकी जानकारी अधूरी मिलेगी या जो सत्यापन से चूक जाएंगे, उन्हें पेंशन से वंचित किया जा सकता है।
फिलहाल समाज कल्याण विभाग 2024-25 की सूची के आधार पर ही पुनः जांच कर रहा है। यही सूची आगे अपडेट की जाएगी, और उसी के अनुसार नई पेंशन सूची तैयार होगी।
सख्ती का मकसद – पारदर्शिता और न्याय
इस अभियान का उद्देश्य पेंशन प्रणाली को पारदर्शी बनाना है, ताकि सरकार की यह सहायता उन तक ही पहुंचे जो इसके वास्तव में हकदार हैं। मृतकों और फर्जी लाभार्थियों को बाहर का रास्ता दिखाकर योजना को और प्रभावी बनाया जा रहा है।






