
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 21 मार्च 2025:
शुक्रवार को वाराणसी के सिगरा स्थित दरगाह फातिमा में सुबह 11 बजे बिस्मिल्लाह खाँ फाउंडेशन द्वारा भारत रत्न स्वर्गीय उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ की 109वीं जयंती मनाई गई। इस खास मौके पर संगीत प्रेमियों और प्रशंसकों ने उस्ताद के कब्र मकबरे पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उस्ताद बिस्मिल्लाह खाँ, जिनका जन्म 21 मार्च 1916 को बिहार के डुमरांव में हुआ था, ने अपनी मधुर शहनाई धुनों से न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के संयोजक शकील अहमद जादूगर ने उस्ताद के जीवन, उनकी विरासत और सरकार द्वारा उनके नाम पर संगीत अकादमी की स्थापना के वादे पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उस्ताद का निधन 21 अगस्त 2006 को हुआ था और तब से वादा पूरा नहीं हो पाया है। शकील अहमद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि इस अधूरे वादे को जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने वाराणसी के कैंट स्टेशन पर उस्ताद की भव्य प्रतिमा लगाने का भी सुझाव दिया।
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बेटे शांतनु राय ने फूल चढ़ाए। यह आयोजन उस्ताद की संगीत यात्रा की याद को ताजा करते हुए उनकी अमर विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का संकल्प देता है।






