मंदसौर, 27 अप्रैल 2025
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में रविवार को एक दुर्घटना में पांच लोगों के मारे जाने की आशंका है, जब श्रद्धालुओं को ले जा रही एक वैन एक बाइक सवार को टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित होकर पलट गई और मध्य प्रदेश के नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत कचरिया चौपाटी गांव के पास बूढ़ा-तकारवत चौराहे के पास एक खुले कुएं में गिर गई।
इस हादसे में एक बचावकर्मी की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए, जबकि कई यात्री अभी भी लापता हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वैन ने एक बाइक सवार को सड़क पार कराने की कोशिश की और कुएं में गिरने से पहले बाइक सवार को टक्कर मार दी। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई।
नारायणगढ़ पुलिस थाने के प्रभारी अनिल रघुवंशी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि चूंकि वैन अभी भी सूखे कुएं के अंदर है, इसलिए पीड़ितों की सही संख्या अभी पता नहीं चल पाई है।
दुखद बात यह है कि स्थानीय निवासी मनोहर सिंह, जो वाहन में फंसे लोगों को बचाने के लिए कुएं में उतरे थे, उनकी जान एलपीजी चालित वाहन से निकले विषैले गैस उत्सर्जन या कुएं के अंदर मौजूद किसी जहरीली गैस के कारण चली गई। कुल हताहतों की संख्या का पता लगाने के लिए आगे बचाव अभियान आवश्यक होगा।
घटनास्थल पर मौजूद उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया, ‘मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम काचरिया चौपाटी में एक चार पहिया वाहन के कुएं में गिरने की हृदय विदारक घटना की जानकारी मिलने पर मैंने तत्काल घटनास्थल पर जाकर निरीक्षण किया तथा जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।’ उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की तथा अधिकारियों को परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
माया कीर (26) और तीन व बारह साल के दो बच्चों तथा मुकेश (27) सहित चार घायलों को बचा लिया गया है और उन्हें मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि वैन उज्जैन जिले के उन्हेल से नीमच जिले के अंतरी माता मंदिर की ओर जा रही थी, जो दोपहर करीब 12:30-1:00 बजे कुएं में गिर गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वैन में लगभग दस यात्री सवार थे, जो लगभग पंद्रह फीट नीचे गिर गई। इस घटना से तत्काल अफरा-तफरी मच गई तथा घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए अथक प्रयास किए। हालाँकि, कुएं के भीतर खतरनाक गैसों की उपस्थिति ने महत्वपूर्ण बाधाएँ उत्पन्न कर दीं। अधिकारी तुरंत सक्रिय हो गए, तथा उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और जिला कलेक्टर अदिति गर्ग बचाव अभियान की निगरानी के लिए वहां पहुंचे।
जिला अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाकर मदद की गई। इस घटना से स्थानीय समुदाय को गहरा सदमा लगा है। चल रहा बचाव अभियान महत्वपूर्ण बना हुआ है, तथा अधिकारी अभी भी फंसे हुए लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं।