
नई दिल्ली, 26 अप्रैल 2025
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए देश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया था। अब इस अल्टीमेटम को पूरा होने में 24 घंटे से भी कम का समय बचा है। इस चेतावनी के बाद देशभर के बॉर्डर इलाकों, खासकर अटारी और वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तानियों की भारी भीड़ देखी जा रही है।
अब तक 200 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं और यह प्रक्रिया लगातार तेज होती जा रही है। कुछ पाकिस्तानी नागरिक जो मेडिकल ट्रीटमेंट, धार्मिक आयोजनों या पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए भारत आए थे, उन्हें भी समय से पहले लौटना पड़ रहा है।
पिछले दो दिनों में वाघा-अटारी सीमा के रास्ते से 229 पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी हुई है, जबकि 392 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत लौटे हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र, उत्तराखंड, और अन्य राज्यों में भी पाक नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने 55 पाकिस्तानी नागरिकों को नोटिस जारी कर 27 अप्रैल तक देश छोड़ने को कहा है। इनमें से अधिकतर नागरिक SVES (Saarc Visa Exemption Scheme) या शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत में रह रहे थे। नागपुर में करीब 2,400 पाकिस्तानी नागरिकों में से 1,000 दीर्घकालिक वीजा पर हैं।
उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, राज्य में मौजूद 250 पाकिस्तानी नागरिकों में से अधिकांश हिंदू हैं और दीर्घकालिक वीजा पर हैं। वहीं देहरादून से शॉर्ट टर्म वीजा पर आए दो पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा चुका है।
भारत के इस सख्त रुख के चलते पाकिस्तानियों के बीच घबराहट का माहौल है। अधिकांश लोग जल्द से जल्द देश छोड़ने की कोशिश में लगे हैं, ताकि कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।