उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में वरुण बेवरेजेज यूनिट का किया उद्घाटन

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गोरखपुर, 29 सितंबर 2024:

हरेन्द्र दुबे,

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गीडा (गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के सेक्टर 27 में पेप्सिको की फ्रेंचाइजी मेसर्स वरुण बेवरेजेज के 1170 करोड़ रुपये के निवेश से बने शीतल पेय और डेयरी उत्पाद संयंत्र का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश और सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए जोर दिया कि एक सुरक्षित वातावरण ही निवेश और औद्योगिक विकास के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति के कारण प्रदेश में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है, जिससे प्रदेश में उद्योगों को स्थापित होने और फलने-फूलने का मौका मिल रहा है।

जीरो टॉलरेंस नीति से अपराधियों को परेशानी, राज्य में निवेशकों के लिए बना सुरक्षित माहौल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, “सुरक्षा के बेहतरीन माहौल में ही निवेश आता है। जब व्यक्ति सुरक्षित नहीं रहेगा तो उसकी पूंजी कैसे सुरक्षित रह पाएगी। पर, सुरक्षा के इस शानदार माहौल से, अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति से उन लोगों को परेशानी हो रही है, जिनके लिए अपराध ही पेशा था। राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है, क्योंकि इससे ही वर्तमान सुरक्षित रहेगा और एक बेहतर भविष्य के लिए वर्तमान का सुरक्षित रहना आवश्यक है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति सख्त रुख अपनाने से अपराधियों और उनके आकाओं को जरूर परेशानी हो रही है, लेकिन यह प्रदेश के विकास और जनता की भलाई के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले सात वर्षों में उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश को एक निवेश-अनुकूल राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

औद्योगिक विकास से रोजगार के अवसरों में वृद्धि

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश से औद्योगिक विकास तेजी से बढ़ रहा है और इसके परिणामस्वरूप युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। गोरखपुर में वरुण बेवरेजेज की इस नई यूनिट से 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें 90% लोग उत्तर प्रदेश के हैं और इनमें भी 70% से अधिक लोग गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र के निवासी हैं। पहले जिन युवाओं को नौकरी के लिए मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, थाईलैंड या सिंगापुर जाना पड़ता था, आज वे अपने घर के पास ही नौकरी और रोजगार के अवसर पा रहे हैं।

40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव, 10 लाख करोड़ का शिलान्यास

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उत्तर प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे। इनमें से 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हुए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शिलान्यास हो चुका है। जबकि 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पाइपलाइन में हैं, जो जल्द ही धरातल पर उतरेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन निवेश प्रस्तावों के पूरा होने से प्रदेश में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन को और अधिक बल मिलेगा।

यूपी में निवेश की चुनौती को अवसर में बदला

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब 2017 में उनकी सरकार बनी थी, तब उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाएं बहुत कम दिखाई देती थीं। विशेषज्ञों ने रिपोर्ट दी थी कि राज्य में अधिकतम 20,000 करोड़ रुपये का ही निवेश आ सकता है। 23 करोड़ की आबादी वाले राज्य के लिए यह बहुत छोटी राशि थी। मुख्यमंत्री ने इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया और संकल्प लिया कि उत्तर प्रदेश को एक ऐसा स्थान बनाएंगे, जहां देश-विदेश के निवेशक आकर निवेश करेंगे। इसके लिए सरकार ने तेजी से काम किया, जिसका नतीजा यह है कि अब प्रदेश में लाखों करोड़ रुपये का निवेश आ रहा है।

निवेश के साथ औद्योगिक विकास और रोजगार में वृद्धि

मुख्यमंत्री ने बताया कि निवेश के रूप में प्रदेश में औद्योगिक विकास की आस बढ़ी है और रोजगार के नए अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने वरुण बेवरेजेज की गीडा यूनिट का उदाहरण देते हुए कहा कि इस यूनिट में निवेश के साथ-साथ प्रशासन ने 48 एकड़ भूमि भी उपलब्ध कराई। इसका परिणाम है कि आज यहां 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस: उत्तर प्रदेश में निवेशकों के लिए सुविधाजनक माहौल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सुदृढ़ करने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किए हैं, जिससे निवेशक आसानी से अपने कारोबार को स्थापित कर सकते हैं। ‘निवेश मित्र पोर्टल’ 450 से अधिक एनओसी के लिए सिंगल विंडो प्लेटफार्म है, जहां निवेशकों को तमाम अनुमतियां ऑनलाइन मिलती हैं। इसके अलावा, ‘निवेश सारथी’ के जरिए निवेश एमओयू की मॉनिटरिंग होती है और जब निवेश धरातल पर उतर जाता है, तो निवेशकों को इंसेंटिव भी ऑनलाइन दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि निवेशकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए ‘सीएम फेलो’ की भी नियुक्ति की गई है। इससे निवेश के माहौल को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है, जिससे रोजगार सृजन में भी वृद्धि हो रही है।

गीडा में 12 हजार करोड़ का निवेश

मुख्यमंत्री ने गीडा के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब 1998 में गीडा की स्थापना की गई थी, तब यहां उद्योगों की स्थापना में तमाम दिक्कतें थीं। धरना-प्रदर्शन और अन्य बाधाओं के कारण कोई निवेशक यहां आने के लिए तैयार नहीं था। सरकार ने इन समस्याओं को हल किया और निवेशकों से संवाद बढ़ाया, जिससे पिछले तीन-चार वर्षों में गीडा में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।

धुरियापार में बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनने की तैयारी

मुख्यमंत्री ने बताया कि धुरियापार क्षेत्र में सीबीजी प्लांट की स्थापना हो चुकी है, जो पराली से एथेनॉल और ग्रीन एनर्जी का उत्पादन करेगा। इसके अलावा, इस क्षेत्र को एक बड़े औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है। साथ ही, राज्य में एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे उद्योगों को सुगमता से कनेक्टिविटी मिलेगी और विकास की गति तेज होगी।

महिलाओं के समूह से डेयरी उद्योग को बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि वरुण बेवरेजेज की यूनिट में डेयरी उत्पादों का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन अभी स्थानीय स्तर पर पर्याप्त मात्रा में दूध उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ने बुंदेलखंड की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की तर्ज पर महिलाओं के समूह बनाने के लिए 20 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इससे वरुण बेवरेजेज को दूध स्थानीय किसानों से ही मिल सकेगा और किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।

युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए ब्याजमुक्त लोन

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए ब्याजमुक्त लोन देगी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत पहले चरण में पांच लाख रुपये और दूसरे चरण में दस लाख रुपये का लोन दिया जाएगा। इसके अलावा, स्किल डेवलपमेंट के लिए भी राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है।

साढ़े छह लाख सरकारी नौकरियां, दो करोड़ एमएसएमई में रोजगार

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक साढ़े छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं। इसके अलावा, दो करोड़ युवाओं को एमएसएमई और उद्योगों में रोजगार मिला है, जबकि 60 लाख युवाओं को स्वयं रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं।

समारोह में प्रमुख लोगों की उपस्थिति

इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, वरुण बेवरेजेज के चेयरमैन रविकांत जयपुरिया, सांसद रविकिशन शुक्ल, नेपाल के कृष्णानगर के सांसद अभिषेक प्रताप शाह, और मेदांता ग्रुप के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित रहीं।

वरुण बेवरेजेज: विश्व स्तरीय इकाई का मॉडल

वरुण बेवरेजेज के चेयरमैन रविकांत जयपुरिया ने राज्य सरकार की उद्योग समर्थक नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि गीडा यूनिट का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ है। उन्होंने बताया कि गीडा यूनिट में सॉफ्ट ड्रिंक्स के साथ-साथ डेयरी उत्पादों का भी उत्पादन हो रहा है, जो स्थानीय किसानों से दूध लेकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करेगा।

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