
अखनूर,12 अप्रैल 2025
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर एक बार फिर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। इस ऑपरेशन में 9 पंजाब रेजीमेंट के जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) कुलदीप चंद ने वीरगति प्राप्त की। वे आतंकियों से मुकाबला करते हुए अंतिम सांस तक डटे रहे।
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर की ओर से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि “GOC व्हाइट नाइट कोर और सभी रैंक शहीद सूबेदार कुलदीप चंद को नमन करते हैं। उन्होंने लाइन ऑफ कंट्रोल पर काउंटर-इन्फिल्ट्रेशन ऑपरेशन के दौरान वीरता से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।”
सेना के अनुसार, घुसपैठ की जानकारी मिलते ही एलओसी पर अभियान शुरू किया गया था। सेना की जवाबी कार्रवाई में आतंकी पीछे हटने को मजबूर हो गए। शहीद जवान के बलिदान ने एक बार फिर देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों की निष्ठा को प्रमाणित किया है।
इससे पहले 11 अप्रैल को किश्तवाड़ जिले में सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर सैफुल्लाह समेत तीन आतंकियों को मार गिराया था। सेना और आतंकियों के बीच लंबे समय तक मुठभेड़ चली, जिसमें सेना को बड़ी सफलता मिली।
वहीं, भारत और पाकिस्तान के बीच 10 अप्रैल को पुंछ जिले में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग भी हुई थी, जिसमें सीमा पर शांति बनाए रखने के प्रयासों पर चर्चा हुई थी। इसके बावजूद घुसपैठ की यह कोशिश चिंताजनक है और पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन की मंशा को उजागर करती है।
भारतीय सेना ने दो अप्रैल को भी इसी इलाके में फ्लैग मीटिंग की थी, जो 75 मिनट तक चली थी। 13 फरवरी को भी पाकिस्तान ने पुंछ जिले में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की थी, जिसका जवाब सेना ने उसी तीव्रता से दिया था।
सेना के इस अदम्य साहस और बलिदान को पूरा देश नमन कर रहा है।






