लखनऊ, 3 अक्टूबर 2024 बहुजन समाज पार्टी के अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में 2 जुलाई, 2022 को सत्संग भगदड़ काण्ड के सम्बंध दाखिल चार्जशीट में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं होना जनविरोधी राजनीति बताया है।
सोशल मीडिया पर दिए अपने बयान में बसपा सुप्रीमो ने आरोप लगाया है कि इससे साबित होता है कि ऐसे लोगों को राज्य सरकार का अनुचित संरक्षण प्राप्त है।
मायावती के अनुसार सिकन्दराराऊ की इस दर्दनाक घटना को लेकर पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट में 11 सेवादारों को आरोपी बनाया गया है, किन्तु बाबा सूरजपाल के बारे में सरकार ने पहले की तरह चुप्पी साध रखी है।
उन्होंने सवाल पूछा कि ऐसे सरकारी रवैये से ऐसी घटनाओं को क्या आगे रोक पाना संभव होगा?
ज्ञातव्य है कि सूरजपाल के सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में अधिकतर महिलाओं व बच्चों सहित 121 लोगों की मृत्यु हुई थी।