Uttar Pradesh

बरेली में IVRI दीक्षांत समारोह : राष्ट्रपति मुर्मू ने मेधावियों को किया सम्मानित, पशु चिकित्सा के महत्व पर दिया जोर

बरेली, 30 जून 2025:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) के 11वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया और मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधि व गोल्ड मेडल प्रदान किए। राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के विमान से त्रिशूल एयरबेस पर पहुंचीं, जहां यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में पशु चिकित्सा क्षेत्र के वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि बीमारियों की रोकथाम में टीकाकरण की अहम भूमिका है, जिसमें IVRI का योगदान उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने कहा कि मानव और पशु के बीच पारिवारिक संबंध होता है और पशुओं के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए विलुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ाने पर बल दिया।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि पशु चिकित्सा में प्रयुक्त रसायनों से पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित हो रहा है। ऐसे रसायनों पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने वैज्ञानिकों से अपील की कि वे अनुसंधान के माध्यम से समाधान दें और समाज के लिए आदर्श प्रस्तुत करें। उन्होंने पशु आरोग्य मेलों के आयोजन और मिट्टी की उर्वरता बचाने के लिए प्रयास करने की भी बात कही।

सीएम योगी ने बरेली की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता का किया उल्लेख

सीएम योगी ने अपने संबोधन में बरेली की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह क्षेत्र महाभारत काल में ‘पांचाल देश’ के नाम से जाना जाता था। उन्होंने बताया कि बरेली के सात प्राचीन शिव मंदिरों को ‘नाथ कॉरिडोर’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कोविड-19 काल में IVRI द्वारा की गई जांचों और लंपी वायरस की वैक्सीन विकसित करने में निभाई गई भूमिका की सराहना की।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने मेधावियों से जोड़ा मामा-भांजे का रिश्ता

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने अपने संबोधन में मेधावियों से मामा-भांजे का रिश्ता जोड़ते हुए कहा कि आज उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं केवल अपनी नहीं, बल्कि देश की सेवा में एक नई शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने अनुसंधान को जमीन से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु प्रयोगशाला से खेत तक की कड़ी को मजबूत करना जरूरी है।

राज्यपाल आनंदीबेन ने दी ये सलाह

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेडल न मिलने वालों को भी अपने प्रयासों पर गर्व करना चाहिए। यह समझना चाहिए कि सफलता के मापदंड केवल पुरस्कार नहीं होते।

576 विद्यार्थियों को दी गई उपाधियां

दीक्षांत समारोह में कुल 576 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें बीवीएससी एंड एएच के 41, एमवीएससी के 328 और पीएचडी के 207 छात्र-छात्राएं शामिल थे।

इन मेधावियों को मिला राष्ट्रपति से सम्मान

राष्ट्रपति मुर्मू ने समारोह के दौरान आठ मेधावियों को अपने हाथों से प्रमाण पत्र व गोल्ड मेडल प्रदान किए।

स्नातक डिग्री : डॉ. तान्या चौधरी, डॉ. अतुल प्रताप सिंह।

मास्टर डिग्री : डॉ. नवजोत सिंह ठाकुर, डॉ. सेलस सीएम, डॉ. खुशबू चौधरी।

डॉक्टरेट डिग्री : डॉ. राज कुमार पटेल, डॉ. मेघा शर्मा, डॉ. अमिता बानू।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button