
अनमोल शर्मा
मेरठ, 8 जुलाई 2025:
यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व डीजीपी राजीव कृष्ण ने करीब आ रही शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा को लेकर एक हाईलेवल बैठक की। इसमें चार राज्यों के आला अफसरों को यात्रा के दौरान शांति सुरक्षा व शुद्धता को लेकर चर्चा हुई। मुख्य सचिव व डीजीपी ने सुझाव देकर उन पर अमल करने की हिदायत दी।
यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह व डीजीपी राजीव कृष्ण को मेरठ कमिश्नरी आफिस में बैठक से पूर्व गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद बैठक का आगाज हुआ। बैठक में यूपी के साथ उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। बैठक में खाद्य पदार्थो की शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया गया। फूड सेफ्टी विभाग को ढाबों, होटलों और शिविरों में शुद्ध वेजिटेरियन भोजन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, बिजली से संबंधित घटनाओं की समीक्षा के साथ-साथ पूर्व वर्षों की सभी घटनाओं का विश्लेषण किया गया ताकि उनसे सबक लेकर इस बार कोई चूक न हो।

प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि कांवड़ मार्ग पर पेयजल, साफ-सफाई, प्रकाश, भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था में कोई कमी न रहे। शिविरों और ढाबों के मालिकों को ट्रेनिंग देकर बताया जाए कि कैसे शुद्धता सुनिश्चित होगी। सिंचाई विभाग से कहा कि नहरों में संतुलित मात्रा में पानी छोड़ा जाए ताकि कांवड़ यात्रा बाधित न हो। कांवड़ यात्रा मार्ग में पड़ने वाली नहरों की पटरी मरम्मत का काम दो से तीन दिन में पूरा कर लें। बिजली विभाग को सुरक्षा के लिए पोल्स और ट्रांसफॉर्मर्स को कवर्ड रखने को कहा गया ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो। डीजे की आवाज की तीव्रता तय करते हुए कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट तथा चौड़ाई 12 फीट से अधिक न होने की बात कही गई। रुड़की से मुजफ्फरनगर के बीच अक्सर डीजे और कांवड़ असेंबल किए जाते हैं। यहां अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए कहा गया कि यदि कोई डीजे तय मानकों से अधिक ऊंचा हुआ तो उस कांवड़ को यात्रा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कांवड़ मार्ग पर ड्रोन निगरानी, रूट डायवर्जन और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के निर्देश दिए। इसके लिए जल्द ही डीएम और एसएसपी यात्रा मार्गों का जायजा लेकर एक्शन प्लान तैयार कर भेजें। डीजीपी ने कहा कि किसी ढाबे या होटल की जांच कोई बाहरी समूह नहीं करेगा। इसके लिए केवल फूड सेफ्टी विभाग अधिकृत होगा। भीड़ नियंत्रण और त्वरित संवाद के लिए सभी राज्यों के अधिकारियों को एक साझा व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है। जहां भीड़ बढ़ेगी, तुरंत अपडेट किया जाएगा और त्वरित कार्रवाई होगी। रेलवे विभाग भी सुनिश्चित करेगा कि कोई भी कांवड़िया ट्रेन की छत पर सफर न करे। पिछले वर्ष करीब 4 करोड़ कांवड़िये यात्रा में शामिल हुए थे, और इस बार यह संख्या उससे भी अधिक रहने की संभावना है। यात्रा की अवधि में आगरा, बरेली और मुरादाबाद जैसे शहरों में भीड़ अधिक रहने की संभावना को देखते हुए वहां के अधिकारियों को खास सतर्कता बरतने को कहा।






