लखनऊ, 8 अक्टूबर 2024:
महाकुंभ 2025 की तैयारी का आगाज
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर एक व्यापक योजना तैयार की है। इसके तहत राज्य के सभी 18 मंडलों में ‘कुंभ समिट’ का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का शुभारंभ 8 अक्टूबर को लखनऊ से होगा और इसका समापन 14 दिसंबर 2024 को प्रयागराज में किया जाएगा। समिट के माध्यम से राज्य भर के सांस्कृतिक कलाकारों, स्कूली बच्चों और विभिन्न सामाजिक समूहों को कुंभ की परंपराओं से जोड़ा जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की प्रेस वार्ता
आज लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कुंभ समिट की विस्तृत योजना प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि कुंभ समिट में कुंभ अभिनंदन रोड शो, बाल-युवा कुंभ, कला-संस्कृति कुंभ, कवि कुंभ, और भक्ति कुंभ जैसे विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश के लोगों को महाकुंभ के महत्व और उसकी सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराया जाएगा।
8 अक्टूबर को लखनऊ से होगा शुभारंभ
कुंभ समिट का आगाज 8 अक्टूबर को शाम 4 बजे लखनऊ के जीपीओ पार्क से किया जाएगा। इस मौके पर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा कुंभ अभिनंदन रोड शो का शुभारंभ किया जाएगा। यह रोड शो जीपीओ पार्क से सिकंदरबाग मार्ग होते हुए गोमती तट तक निकाला जाएगा, और समापन मरीन ड्राइव, निकट 1090 चौराहे पर होगा। इसके साथ ही, लखनऊ में 9 अक्टूबर को भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मंडल स्तर पर होगी विविध जिम्मेदारियां
महाकुंभ समिट को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रत्येक मंडल में अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। उत्तर प्रदेश राज्य ललित कला अकादमी के माध्यम से चित्रकला एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जबकि उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा शास्त्रीय और उपशास्त्रीय संगीत, वादन एवं नृत्य की प्रतियोगिताएं होंगी। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर से संबंधित प्रदर्शनियां उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग और संग्रहालय निदेशालय द्वारा लगाई जाएंगी।
संस्कृति मंत्री ने साझा की विशेष योजनाएं
संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि योगी सरकार प्रदेश के स्कूली बच्चों और सांस्कृतिक कलाकारों को भी इस महोत्सव से जोड़ने के लिए विशेष कदम उठा रही है। माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेजों के विद्यार्थियों को महाकुंभ की परंपराओं और आदर्शों से अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा, यूपी के 12600 कलाकारों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है, जो इस महोत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
मंडल स्तरीय कुंभ समिट का आयोजन स्थल
मंडल स्तरीय कुंभ समिट के लिए अलग-अलग स्थल प्रस्तावित किए गए हैं। लखनऊ में 8-9 अक्टूबर को मरीन ड्राइव, 1090 चौराहे पर कार्यक्रम होगा, जबकि झांसी मंडल का समिट 11-12 अक्टूबर को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। वाराणसी में 14-15 अक्टूबर को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में कुंभ समिट होगा। इसी तरह, चित्रकूट मंडल का आयोजन 17-18 अक्टूबर को श्रीरामभद्राचार्य विश्वविद्यालय में किया जाएगा। कानपुर, अयोध्या, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, गोरखपुर, मुरादाबाद और अन्य मंडलों में भी कुंभ समिट के आयोजन की तारीखें तय की गई हैं, जिसका समापन 13-14 दिसंबर को प्रयागराज के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र में होगा।
मंडल स्तरीय समन्वयकों की नियुक्ति
हर मंडल में कुंभ समिट के आयोजन के लिए विशेष समन्वयकों की नियुक्ति की गई है। लखनऊ मंडल के लिए संस्कृति निदेशालय के सहायक निदेशक डॉ. राजेश अहिरवार, झांसी के लिए उत्तर प्रदेश लोक और जनजाति संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी, और वाराणसी मंडल के लिए उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के निदेशक डॉ. शोभित कुमार नाहर को जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही, अन्य मंडलों के लिए भी समन्वयकों की नियुक्ति की गई है, जो संबंधित आयोजनों की देखरेख करेंगे।
महत्वपूर्ण जानकारी
महाकुंभ समिट के आयोजन से प्रदेश के लोगों को न केवल महाकुंभ की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर से जोड़ा जाएगा, बल्कि इस आयोजन के माध्यम से राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।