अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर खास
लखनऊ, 8 मार्च 2025:
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) में भी महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रही हैं। लखनऊ में मेट्रो ट्रेन दौड़ाने के साथ महिला कर्मचारी स्टेशन भी कंट्रोल कर रही हैं।
यूपीएमआरसी में 22 प्रतिशत महिला कर्मचारी कार्यरत हैं। ये महिला कर्मचारी तकनीकी, प्रशासनिक और मेट्रो संचालन से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में सेवाएं दे रही हैं। वहीं, 25 प्रतिशत महिला स्टेशन कंट्रोलर एवं ट्रेन ऑपरेटर (एससीटीओ) मेट्रो संचालन की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। हाल ही में शामिल हुए 49 नए एससीटीओ में से 15 महिलाएं हैं, जिससे महिला कर्मचारियों की भागीदारी बढ़कर 30 हो गई है।

महिलाओं के सम्मान में मेट्रो स्टेशन की विशेष दीवार
महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में ट्रांसपोर्ट नगर मेट्रो स्टेशन की एक दीवार महिलाओं को समर्पित की गई है। इस दीवार पर एक विशालकाय ‘महिलाओं के पंख’ चित्रित किए गए हैं, जिससे सामने खड़ी महिला को ऐसा महसूस हो जैसे उसके पंख हैं। यह चित्र स्वतंत्रता, शक्ति और अनंत संभावनाओं का प्रतीक है।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार का कहना है कि हम महिलाओं को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर लाने और अधिक अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यूपीएमआरसी की वर्दी पहनने वाली हर महिला हमारे लिए गर्व का विषय है।

मेट्रो में महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए इंतजाम
आपातकालीन इंटरकॉम (पीईआई) सिस्टम – हर कोच में मौजूद, जिससे जरूरत पड़ने पर ट्रेन ऑपरेटर से संपर्क किया जा सकता है।
सुरक्षा कैमरे – प्रत्येक ट्रेन में 16 सीसीटीवी कैमरे और हर स्टेशन पर 50 से 60 कैमरे लगातार निगरानी रखते हैं।
पारदर्शी कांच के पैनल – महिला यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षित वातावरण बनाने में मददगार।
महिला सुरक्षा कर्मी और हाउसकीपिंग स्टाफ – सभी स्टेशनों पर तैनात।
