
भोपाल, 15 मई 2025:
मध्य प्रदेश के आदिवासी कार्य मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ एक सरकारी कार्यक्रम में की गई विवादित टिप्पणी से राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण कर दिया है। शाह ने कर्नल सोफिया को पाकिस्तान के आतंकवाद से जोड़ने वाली अभद्र टिप्पणी की, जिसके बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इंदौर पुलिस ने भी उनकी शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।
कर्नल सोफिया कुरैशी, जो मध्य प्रदेश के नौगांव की रहने वाली हैं, ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सेना अधिकारी हैं। उनके साहस और देशभक्ति की पूरे देश में प्रशंसा होती है। ऐसे में विजय शाह के इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक विवाद पैदा कर दिया है। विपक्ष ने तुरंत उनका इस्तीफा मांगा है और भाजपा के अंदर भी उनके खिलाफ नाराजगी देखने को मिली है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने इस मामले को शांत करने की कोशिश की। मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष खुद कर्नल सोफिया के घर पहुंचे और उन्हें देश की बेटी बताया। विजय शाह ने भी माफी मांगी और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कई बार माफी मांगने का आश्वासन दिया, लेकिन मामला अभी भी शांत नहीं हुआ है।
विजय शाह पर यह पहली बार विवादित बयान देने का मामला नहीं है। उनका विवादों के साथ पुराना नाता है, जिसमें उन्होंने पहले भी कई विवादित टिप्पणियां की हैं, जिनसे उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा है। उनके राजनीतिक करियर में कई बार विवादों के बावजूद उन्होंने अपनी मजबूत पकड़ बनाई रखी है, खासकर आदिवासी समुदाय में।
भाजपा नेतृत्व के लिए यह सवाल उठ रहा है कि वे विजय शाह के साथ किस तरह का सख्त कदम उठाएंगे, क्योंकि आदिवासी वोट बैंक में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। विपक्ष लगातार उनके मंत्री पद से हटाए जाने की मांग कर रहा है। उमा भारती जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भी उन्हें मंत्री पद से हटाने की अपील की है।
यह विवाद मध्य प्रदेश की राजनीति में नया तनाव पैदा कर चुका है और आने वाले दिनों में इसका असर राज्य की सियासत पर स्पष्ट होगा।