महाकुंभ नगर,11 जनवरी 2025
प्रयागराज में महाकुंभ के चलते साधु-संतों और श्रद्धालुओं का मेला क्षेत्र में आना लगातार जारी है। यहां आने वाले सभी साधु अपने आप में अनोखे हैं और चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।
ऐसे ही आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं जापान से महाकुंभ में आईं योगमाता कीको ऐकावा ।
योगमाता कीको ऐकावा पहली महिला सिद्ध गुरु और शांति आध्यात्मिकता की प्रतीक हैं। महाकुंभ में उनकी उपस्थिति इस समय चर्चा का केन्द्र बनी हुई है। वह महायोगी पायलट बाबा की विरासत को आगे लाने का काम कर रही है।
बता दें कि अगस्त 2024 में महायोगी पायलट बाबा ने महासमाधि ले ली थी। इसके बाद योगमाता कीको ऐकावना ने उनके आध्यात्मिक मिशन की जिम्मेदारी को संभाला और उसे आगे बढ़ाने का काम किया। कई मौके रहें जब योगमाता कोकी ऐकावा और पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात भी हुई। संयुक्त राष्ट्र में साल 2023 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को उनका आशीर्वाद मिला और साल 2016 में भी पीएम नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत और जापान के बीच सामंजस्यपूर्ण रिश्ते के लिए प्रार्थना की।
महाकुंभ 2025 में योगमाता की उपस्थिति आध्यात्मिक मार्गदर्शन का प्रतीक है। वह महाकुंभ में ध्यान सत्रों का आयोजन व उनका नेतृत्व करेंगी। इसके अलावा भक्तों व श्रद्धालुओं के साथ हिमालयी सिद्ध परंपरा की शिक्षाओं का भी प्रचार-प्रसार करेंगी।