प्रयागराज,6 जनवरी 2025
प्रयागराज में इस बार महाकुंभ का आयोजन भव्य रूप से हो रहा है, जिसमें साधु-संत और तपस्वी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। इन तपस्वियों में असम के कामाख्या पीठ से आए गंगापुरी महाराज उर्फ छोटू बाबा की विशेष प्रतिज्ञा चर्चा का केंद्र बन गई है। उनका कद महज 3 फीट 8 इंच है और उन्होंने 32 वर्षों से स्नान नहीं किया। गंगापुरी महाराज का कहना है कि यह उनकी गुरु से ली गई प्रतिज्ञा का हिस्सा है, और जब यह पूरी होगी, तब वह स्नान करेंगे। हालांकि, उन्होंने महाकुंभ में अपनी जटा का स्नान करने की बात कही, जिसे आध्यात्मिक सफाई का प्रतीक माना जाता है।
महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है, और यह वह समय है जब तीन पवित्र नदियाँ गंगा, यमुना, और सरस्वती संगम पर मिलती हैं। संगम में स्नान करने से आत्मा की शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति की मान्यता है। महाकुंभ में पूजा, ध्यान और पिंडदान जैसे धार्मिक कर्मकांड होते हैं। इस अवसर पर लाखों लोग अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने के लिए संगम में आते हैं, क्योंकि इसे भारत के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है।