नई दिल्ली,23 अक्टूबर 2024
सरकार ने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) की आलोचना की है, क्योंकि उसने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के फर्जी बम खतरों से प्रभावी तरीके से नहीं निपटा। पिछले आठ दिनों में 150 से ज्यादा उड़ानों को धमकियां मिली हैं, जिससे फ्लाइट संचालन प्रभावित हुआ है और यात्री सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अकासा, एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा जैसी एयरलाइन्स पर इन फर्जी धमकियों का प्रभाव पड़ा है।
एक्स और मेटा के साथ सरकार की बैठक मंगलवार शाम को हुई, जिसमें जॉइंट सेक्रेटरी संकेत एस भोंडवे ने अध्यक्षता की। बैठक में एयर इंडिया और विस्तारा के अधिकारियों के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और मेटा के प्रतिनिधि भी शामिल थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने एक्स को इस मामले के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उसकी कार्रवाई से ‘अपराध को बढ़ावा’ मिलता है।
नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रयासरत है। सरकार कानून बनाने पर विचार कर रही है, जिसके तहत दोषियों को नो-फ्लाई लिस्ट में डाला जा सकता है।
द सप्रेशन ऑफ अनलॉफुल एक्ट्स अगेंस्ट सेफ्टी ऑफ सिविल एविएशन एक्ट (SUASCA), 1982 में संशोधन का प्रस्ताव रखा गया है, जिसके अनुसार, अगर किसी फ्लाइट की फर्जी धमकी के कारण लैंडिंग कराई जाती है, तो बिना अदालती आदेश के ही दोषी को गिरफ्तार किया जा सकेगा। इसके अलावा, विमान सुरक्षा नियमों में भी बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे धमकी देने वालों को सख्त सजा मिल सकेगी।