चित्रकूट, 8 सितंबर 2024
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि भारत देश आज वह नहीं है, जो दस साल पहले था, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक ऐसे मार्ग पर अग्रसर है जिसे पूरा विश्व पहचानता है। उपराष्ट्रपति ने यह बातें गोरखपुर में सैनिक स्कूल का उद्घाटन के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370, जिसे संविधान निर्माताओं ने अस्थायी कहा था, उसे कुछ लोग स्थायी मान बैठे थे। इस दशक में उसको विलुप्त कर दिया गया है। यह आज का भारत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद के साथ समझौता राष्ट्र के साथ चरम धोखा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति कर्तव्य को स्वार्थ और राजनीतिक हितों से ऊपर रखना चाहिए और ऐसा न करने पर यह भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता पर हमला होगा।
धनखड़ ने शिक्षा को समाज में बदलाव का सबसे प्रभावशाली माध्यम बताया। शिक्षा से व्यक्तियों के जीवन को आकार देने के साथ समाज में व्याप्त असमानता और कुरीतियों को समाप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में अपने छात्र जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मेरा असली जन्म सैनिक स्कूल में हुआ था। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद रवि किशन शुक्ला और अन्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
धनखड़ ने चित्रकूट के जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में आधुनिक जीवन में ऋषि परंपरा विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में निहित दो प्रमुख सिद्धांतों को विश्व मंच पर पेश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की।