अयोध्या, 23 मार्च 2025:
योगी सरकार के आठ वर्ष पूरे होने पर अयोध्या में हुए विकास कार्यों की गूंज हर ओर सुनाई दे रही है। धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के इस ऐतिहासिक शहर ने आधुनिक बुनियादी ढांचे की दिशा में भी बड़ा कदम बढ़ाया है। इन्हीं विकास कार्यों में एक महत्वपूर्ण परियोजना है दर्शननगर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), जिसका निर्माण कार्य हाल ही में पूरा हुआ है।
104.46 करोड़ आई लागत, 15 अप्रैल से शुरू होगा आवागमन
104.46 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ यह ओवर ब्रिज अयोध्या के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसे 15 अप्रैल से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इससे अयोध्या से अम्बेडकरनगर जाने का मार्ग सरल और सुविधाजनक हो जाएगा।
यातायात जाम से मिल सकेगी राहत का
दर्शननगर आरओबी के खुलने से क्षेत्र में यातायात का दबाव कम होगा और यात्रा समय में भी कमी आएगी। सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक रोहित अग्रवाल के अनुसार आरओबी का निर्माण कार्य 31 मार्च तक पूरा हो जाएगा, लेकिन वाहनों का संचालन 15 अप्रैल से ही शुरू किया जाएगा।
आवागमन को आसान बना रहे आरओबी, कई निर्माणाधीन
अयोध्या में कई महत्वपूर्ण आरओबी पहले ही तैयार हो चुके हैं। इनमें फतेहगंज 118, सूर्य कुण्ड 105 और टेढ़ी बाजार, बड़ी बुआ (उदया चौराहा) 112 पर वाहन दौड़ रहे हैं। इसके अलावा, आसिफबाग 108 (ए), मोदहा 121 बी और हल्कारा पुरवा (108 ए.सी) पर काम तेजी से चल रहा है।
आधुनिक शहर के रूप में उभर रहा अयोध्या
डबल इंजन की सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तर पर नई पहचान दिलाने के लिए खजाना खोल दिया है। सड़कें, पुल, रेलवे स्टेशन और अन्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अब अयोध्या सिर्फ एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि एक आधुनिक शहर के रूप में उभर रहा है। दर्शननगर आरओबी जैसे प्रोजेक्ट्स यह साबित करते हैं कि योगी सरकार अयोध्या के विकास के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। आने वाले दिनों में यह ऐतिहासिक नगरी और भी समृद्ध और सुविधाजनक बनेगी।