ग्रेटर नोएडा,23 अक्टूबर 2024
गौतमबुद्ध नगर में कई अकादमियां अपने बच्चों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी बनाने का दावा करती हैं, लेकिन इनमें प्रशिक्षित कोच और आवश्यक संसाधनों की कमी है। खेल विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले आठ सालों में सिर्फ एक क्रिकेट अकादमी रजिस्टर्ड हुई है, जबकि लाखों रुपये लेकर क्रिकेट सिखाने वाली अधिकांश अकादमियां अवैध हैं।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट में चल रही कई क्रिकेट अकादमियां बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रही हैं, जिनका खेल विभाग में कोई रिकॉर्ड नहीं है। जिला उपक्रीड़ाधिकारी अनीता नागर के अनुसार, इस क्षेत्र में लगभग 100 से अधिक अकादमियां अवैध रूप से चल रही हैं। जनपद में 300 से अधिक प्राइवेट स्कूल हैं, जिनमें से करीब 200 स्कूलों में हर खेल की अकादमी है, लेकिन इनमें से किसी ने भी रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। विभाग केवल कभी-कभार छापेमारी कर जुर्माना लगा रहा है।
युवाओं के पसंदीदा खेल क्रिकेट की बारीकियां सिखाने वाली अकादमियां मोटी फीस लेकर केवल छोटी-मोटी प्रतियोगिताएं करवा रही हैं। छोटे और बड़े स्कूलों में स्पोर्ट्स एक्टिविटी के नाम पर क्रिकेट सिखाया जा रहा है, लेकिन मानकों को पूरा करने से बचने के लिए पिछले आठ सालों में एक भी अकादमी ने खेल विभाग में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। खेल विभाग की लापरवाही के कारण बिना रजिस्ट्रेशन वाली अकादमियों में लगातार वृद्धि हो रही है। इनमें कम उम्र के कोच अधूरी जानकारी के साथ खिलाड़ियों को टिप्स देते हैं, जो खिलाड़ियों के भविष्य के लिए खतरनाक है।
ग्रेनो वेस्ट में जिला उपक्रीड़ाधिकारी अनीता नागर ने बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित क्रिकेट अकादमियों में छापेमारी की, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। निरीक्षण के दौरान 10 से अधिक अकादमियों में किसी के पास रजिस्ट्रेशन से जुड़े कागजात नहीं मिले। इसके अलावा, डूब क्षेत्र में चल रही अकादमियों में चोरी की बिजली जलाकर रात में मुकाबले कराए जा रहे थे। पीने के पानी के लिए बोरवेल का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो एनजीटी के नियमों के खिलाफ है।