
अनमोल शर्मा
मेरठ, 25 जुलाई 2025:
यूपी में धर्मांतरण गिरोह चलाने वाले छांगुर बाबा की धरपकड़ के बाद उसके सहयोगी बदर सिद्दीकी के खिलाफ सरूरपुर थाने में युवती को अगवा कर धर्मांतरण कराने का मुकदमा दर्ज मिला था। छांगुर के मेरठ कनेक्शन उजागर होने के बाद अब एक अन्य मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई है। इसमें 6 साल पहले एक अन्य युवती की शिकायत लेकर आये परिवार को थाने से ही वापस कर दिया गया। अब सिविल लाइन थाने में भी बदर सिद्दीकी पर एक अन्य केस दर्ज हुआ है। इसमें पिता को भी नामजद किया गया है। वहीं तत्कालीन इन्स्पेक्टर को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें मास्टरमाइंड छांगुर गैंग से जुड़ा बदर सिद्दीकी मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उस पर वर्ष 2019 में यहां एक हिंदू युवती को अगवा कर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने उस वक्त जांच पड़ताल कर लड़की को खोज निकाला और आरोपी बदर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब एटीएस व पुलिस ने एक बार फिर उनके माता पिता से सम्पर्क कर बदर की जानकारी जुटानी शुरू की। इसके अलावा धर्मांतरण के दर्ज मामलों को भी खंगाला जा रहा है।
ये छानबीन चल ही रही थी कि एक पीड़ित परिवार एसएसपी विपिन ताड़ा से मिलने पहुंचा। उसने बताया कि परिवार की बेटी के साथ बदर ने जबरन निकाह किया इससे पहले उसका जबरन धर्मांतरण भी कराया। इसके अलावा विरोध करने पर मारपीट भी की। छह साल पहले इस मामले की शिकायत लेकर वो सभी सिविल लाइन थाने गए थे। वहां तैनात इन्स्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने कोई सुनवाई नहीं की और उन्हें वापस कर दिया।
आरोपी बदर खुलेआम घूमता रहा और पीड़ित परिवार को धमकाता रहा। बदर की धमकियों से डरकर परिवार सहम कर बैठ गया। परिवार उस समय सामने आया जब उसने देखा बदर पर शिकंजा कसा जा रहा है। उम्मीद जगी तो फरियाद लेकर वो एसएसपी के पास पहुंचा। एसएसपी के आदेश पर अब इस मामले में सिविल लाइन थाने में बदर सिद्दीकी और उसके पिता पर एफआईआर दर्ज हो गई है। इन दोनों पर हिंदू लड़कियों को बरगला कर धर्मांतरण कराने और शोषण करने के गंभीर आरोप लगे हैं। वहीं वर्तमान में गाजियाबाद में तैनात इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को सस्पेंड कर दिया गया है।