अमृतसर, 15 मार्च 2025
पंजाब के पवित्र शहर अमृतसर में स्वर्ण मंदिर परिसर में एक व्यक्ति ने रॉड से हमला कर दिया, जिससे पांच लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि हमलावर को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और स्थिति नियंत्रण में है। हमलावर ने सामुदायिक रसोईघर (गुरु रामदास लंगर) के पास हमला शुरू किया, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय लोग मौजूद थे, जिससे वहां दहशत फैल गई। घायलों में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के दो सेवादार (स्वयंसेवक) शामिल हैं। घायलों में से एक को अमृतसर के श्री गुरु रामदास आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने हमलावर और उसके साथी को मौके पर मौजूद लोगों द्वारा काबू किए जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने हमले से पहले घटनास्थल का मुआयना किया था। एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया, “दूसरे आरोपी ने कथित तौर पर श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले के साथ मिलकर रेकी की थी।” मुख्य आरोपी बाहर गया, लोहे की रॉड लेकर वापस आया और एसजीपीसी कर्मचारियों और बीच-बचाव करने आए श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया। इसमें एसजीपीसी के दो सेवादारों समेत चार लोग घायल हो गए।
स्टेशन हाउस ऑफिसर सरमेल सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान हरियाणा के जुल्फान के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि घटना में वह भी घायल हो गया है। अपराध के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए जांच जारी है। पुलिस ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
इस घटना से सिख समुदाय में आक्रोश फैल गया है। सिख समुदाय की ‘मिनी संसद’ मानी जाने वाली एसजीपीसी ने हमलावर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता पैदा हो गई है।
इससे पहले पिछले साल दिसंबर में स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर एक व्यक्ति ने गोलीबारी की थी।हमलावर, जिसकी बाद में पहचान नारायण सिंह चौरा के रूप में हुई, को बादल के एक सुरक्षाकर्मी ने काबू करके हिरासत में ले लिया।