विजय पटेल
रायबरेली, 18 नवंबर 2025
रायबरेली में पहली बार न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (रीढ़ की हड्डी में जन्मजात दोष) का सफल ऑपरेशन किया गया है। डेढ़ माह की नवजात आकृति इस बीमारी से पीड़ित थी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत एम्स रायबरेली में डॉ. सुयश सिंह (एम.एस. न्यूरो सर्जरी) और उनकी टीम ने यह ऑपरेशन नि:शुल्क किया, जिससे बच्ची को नया जीवन मिला।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने बताया कि आरबीएसके के तहत ऐसी सर्जरी पहली बार एम्स रायबरेली में की गई है। पहले इसके लिए मरीजों को लखनऊ, झांसी समेत अन्य जिलों में जाना पड़ता था, लेकिन अब सुविधा जिले में ही उपलब्ध है। इससे स्थानीय बच्चों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बच्ची के माता-पिता दीपक और रूचि अग्रहरी ने बताया कि इलाज और ऑपरेशन बिल्कुल मुफ्त रहा। अगर उन्हें बाहर जिलों में जाना पड़ता, तो खर्च भी अधिक होता और परेशानी भी।
सीएमओ ने बताया कि आरबीएसके के अंतर्गत 47 प्रकार की जन्मजात बीमारियों का इलाज किया जाता है। जिले के सभी 18 ब्लॉकों में दो-दो टीमों के साथ 36 टीमें स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों की जांच करती हैं। सीएमएस और नोडल अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक 39 बच्चों के कटे होंठ और तालू का नि:शुल्क ऑपरेशन लखनऊ के हेल्थ सिटी हॉस्पिटल की मदद से किया जा चुका है।






