गोरखपुर, 27 सितंबर:
हरेन्द्र दुबे,
गोरखपुर में हाल ही में हुई बारिश और तेज हवाओं ने जहां उमस और गर्मी से राहत दिलाई है, वहीं यह किसानों के लिए एक नई समस्या लेकर आई है। इस बारिश ने खड़ी फसल को तो फायदा पहुंचाया, लेकिन पकी हुई फसलों को काफी नुकसान हुआ है। खासकर वे फसलें जो कटाई के लिए तैयार थीं, अब खेतों में पानी में डूबी हुई हैं, जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी साफ झलक रही है।
तस्वीरों देखा जा सकता है कि किस तरह से पकी हुई फसल खेत में गिरकर पानी की हिलकोरे ले रही है और खड़ी फसल को भी देख सकते हैं किस तरह से पानी मिलने के बाद फसलों में हरियाली छाई हुई है। जो फसलें अब भी खड़ी हैं, वे कुछ दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाएंगी। इन फसलों को पर्याप्त पानी मिल गया है, जिससे उनकी गुणवत्ता और उपज बेहतर होगी।
लेकिन दूसरी तरफ, जो फसलें पहले से पक चुकी थीं और जल्द ही कटाई के लिए तैयार होने वाली थीं, वे खेतों में गिरकर पानी में भीग गई हैं। इस नुकसान ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। कुछ खेतों में पकी हुई फसलें गिर चुकी हैं और अब उनका उठना संभव नहीं है, जबकि कुछ फसलें फिर से उगने की कोशिश कर रही हैं। परंतु जो नुकसान हो चुका है, उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल होगा।
खासकर उन किसानों के लिए यह नुकसान बहुत बड़ा है, जिन्होंने कर्ज लेकर खेती की थी। उनकी उम्मीदें इस बारिश से पूरी तरह से टूट गई हैं। वे जो सोच रहे थे कि उनकी मेहनत और फसल उन्हें आर्थिक संबल देगी, वह अब केवल एक सपना रह गया है। ऐसे में किसानों के चेहरों पर निराशा छाई हुई है।