
विजय पटेल
रायबरेली, 10 अक्टूबर 2025 :
यूपी के रायबरेली जिले में टप्पेबाजी की एक घटना ने आसपास के जिलों में एक ऐसे गिरोह के सक्रिय होने का खुलासा किया है जो बेहद चालाकी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रियों को निशाना बना रहा है। इस गिरोह की खासियत यह है कि इसमें शामिल महिलाएं अपने साथ एक मासूम बच्चे या बच्ची को लेकर चलती हैं, जिससे किसी को उन पर शक नहीं होता। बच्चे के सहारे ही ये महिलाएं लोगों के पर्स, बटुए और आभूषण तक गायब कर देती हैं।
ऐसा ही एक मामला रायबरेली के लालगंज थाना क्षेत्र में सामने आया। यहां सेमरपहा निवासी प्रीति शर्मा एक ई-रिक्शा से जा रही थीं। उसी दौरान एक महिला अपनी छोटी बच्ची के साथ सवार हुई और सामने वाली सीट पर बैठ गई। गांधी चौराहे के पास जैसे ही रिक्शा थोड़ा डगमगाया, बच्ची ने बड़ी सफाई से प्रीति के पर्स से नकदी और आभूषण निकाल लिए।
हालांकि, प्रीति की नज़र इस पर पड़ गई और उन्होंने तुरंत महिला को पकड़ लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में महिला ने अपना नाम लक्ष्मी बताया और यह भी कबूल किया कि वह भरतपुर, राजस्थान की रहने वाली है। उसने खुलासा किया कि वह लखनऊ में रहकर अपने अन्य साथियों के साथ इस तरह की वारदातों को आसपास के ज़िलों में अंजाम देती है।
सीओ लालगंज अमित सिंह ने बताया कि महिला के बयान के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है। पुलिस की एक टीम लखनऊ भेजी गई है, ताकि वहां डेरा डालकर सक्रिय इस गिरोह का नेटवर्क तोड़ा जा सके। पुलिस अब आसपास के जिलों में भी इस तरह की वारदातों की जांच कर रही है, ताकि इस गिरोह से जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया जा सके।