
लखनऊ, 12 मार्च 2025 :
देशभर में 14 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा, और इसी दिन जुमे की नमाज भी अदा होनी है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है, लेकिन यह मामला अब सियासी मुद्दा बनता जा रहा है। संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान को लेकर विपक्षी दलों ने विरोध जताया है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका समर्थन किया है।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने विवादित बयान देते हुए कहा, “होली का त्योहार साल में एक बार आता है, जबकि जुमा 52 बार आता है।“ आगे उन्होंने कहा, “जिन्हें खून से कोई समस्या नहीं होती, उन्हें रंगों से भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।“
बीजेपी नेता करनैल सिंह ने भी इसी तरह का बयान देते हुए कहा, “होली साल में एक बार आती है। मुसलमानों को घर पर ही नमाज पढ़नी चाहिए ताकि किसी भी तरह की गलतफहमी या टकराव न हो। जुमा तो साल में 52 बार आता है, लेकिन हमारी होली एक ही बार आती है।”
संभल में इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है। यूपी से शुरू हुआ यह विवाद अब बिहार तक पहुंच चुका है। बीजेपी नेता इसे ’52 जुमा, एक होली’ का मंत्र बता रहे हैं, जबकि विपक्ष इसे सांप्रदायिक राजनीति करार दे रहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “धार्मिक त्योहारों को लेकर राजनीति करना ठीक नहीं है। सभी धर्मों के अनुयायियों का सम्मान किया जाना चाहिए। अधिकारियों का गलत इस्तेमाल नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें कानून-व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।”
विवाद की शुरुआत तब हुई जब संभल के सीओ अनुज चौधरी ने कहा था, “होली साल में एक बार आती है और जुमा 52 बार आता है। अगर किसी को लगता है कि होली के रंग से उसका धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से न निकले।” इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध जताया था, जबकि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने समाधान के तौर पर जुमे की नमाज का समय आगे बढ़ाने की बात कही है। चर्चा चल रही है कि दोपहर 12:30 बजे होने वाली नमाज को 2:00 बजे तक किया जा सकता है।
इस पूरे मामले को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।