
लखनऊ, 21 जुलाई 2025:
सावन माह के दूसरे सोमवार को यूपी की राजधानी लखनऊ के शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु कतारबद्ध नजर आए। पूरे शहर का माहौल “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारों से भक्तिमय हो गया।
डालीगंज स्थित प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर, चौक के कोनेश्वर महादेव मंदिर, सदर के द्वादश ज्योतिर्लिंग, राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर, चौपटिया के बड़ा शिवाला और मोहान रोड के बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। हर मंदिर में दिनभर रुद्राभिषेक, जलाभिषेक और विशेष पूजन का आयोजन हुआ।
मनकामेश्वर मंदिर में तड़के मंगला आरती के बाद गर्भगृह के पट खोले गए। शिव का भव्य श्रृंगार और अभिषेक किया गया। इसके बाद दर्शन शुरू हुए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुरुष और महिला दर्शनार्थियों की कतारें अलग-अलग लगाई गईं। मंदिर प्रशासन द्वारा मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी निगरानी और विशेष निकासी व्यवस्था के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित होने के कारण श्रद्धालुओं ने जलधारी पर जल चढ़ाकर दर्शन किए। पूजा-पाठ और प्रसाद अर्पण पुजारियों के माध्यम से किया जा रहा है। व्रतधारी भक्तों को फलाहार, खीर और देसी घी से बना प्रसाद वितरित किया गया, साथ ही ठंडाई की भी विशेष व्यवस्था रही। रात 12 बजे तक दर्शन के लिए मंदिर पट खुले रहेंगे, हालांकि रात 8 बजे की आरती से पूर्व एक घंटे के लिए पट बंद किए जाएंगे।
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर में भी सावन का विशेष उत्सव देखने को मिला। यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने चित्रकूट जाते समय यहां विश्राम कर बुद्धवार के दिन शिवलिंग की स्थापना की थी, जिससे इसका नाम “बुद्धेश्वर” पड़ा। सावन में यहां विशेष मेला लगता है और श्रद्धालु दूर-दराज से कांवड़ यात्रा के जरिए यहां पहुंचते हैं। मंदिर परिसर ‘बम-बम भोले’ और ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष से गुंजायमान रहा।