सत्ता के लोभ में अलगाववाद ओर आतंकवाद की गोद में बैठी है कांग्रेस : चुघ

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दिल्ली : 25अगस्त

कांग्रेस नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठजोड़ से जम्मू कश्मीर में भय और आतंक के पुराने दौर की वापसी की बू आ रही है

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री तरुण चुघ ने जम्मू कश्मीर में विधान सभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन पर प्रेस को सम्बोधित किया। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व और राहुल गांधी से सवाल करते हुए कहा कि पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में विधान सभा चुनाव के लिए नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच जो नापाक गठबधन हुआ है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस आतंकवाद और अलगाववाद के एजेंडे पर नेशनल कांफ्रेंस की गोद में बैठ गईं है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के ल गठबंधन से जम्मू-कश्मीर में राज्य की एकता और सुरक्षा पर गहरी चिंता उत्पन्न हो गईं है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों से स्पष्ट होता है कि वह अनुच्छेद 370 और 35A को पुनः लागू करने की षडयंत्र बना रहे हैं। इस संदर्भ में, यह महत्वपूर्ण प्रश्न उठता है कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिलकर अलग झंडे , अलग संविधान के प्रस्ताव का समर्थन करती है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू कश्मीर में बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान को लागू किया और दो निशान, दो प्रधान, दो विधान के एजेंडे को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया। आजादी के बाद से जम्मू कश्मीर के एस सी, एस टी, महिलाओ को अधिकारों से वंचित रखा। जबकि मोदी सरकार ने 370 और 35 हटाकर जम्मू-कश्मीर में दलितों, आदिवासियों, पहाड़ियों और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की व्यवस्था लागू की। यह कदम सामाजिक और आर्थिक समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया था, जिससे राज्य के विभिन्न समुदायों को न्याय और समान अवसर मिला। कांग्रेस और एन सी दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने की नापाक षडयंत्र रच रही है।
चुघ ने कहा कि यही नहीं, एन सी ने अपने घोषणा पत्र में दावा किया है कि वह आतंकवाद और पत्थरबाजी में शामिल लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरियाँ देने का इरादा रखती है। आतंकवाद और अलगाववाद में शामिल रहे लोगों को रिहा करेंगे। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस उस एजेंडे का समर्थन करती है जिसमें जम्मू-कश्मीर के लोगों को यह संदेश देना चाहती है कि उन लोगों को भी सरकारी नौकरी मिलेगी जो राज्य की शांति और सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। यह कांग्रेस की नीति है कि ऐसे लोगों के परिजनों को सरकारी सुविधाएँ प्रदान की जाएं, जिन्होंने हिंसा और अस्थिरता में भाग लिया ।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा की इन सवालों के अतिरिक्त, यह भी जानना महत्वपूर्ण है कि क्या कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव और अलगाव को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं। कांग्रेस के इन गतिविधियों से यह प्रतीत होता है कि राज्य की सुरक्षा और एकता पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
चुघ ने कहा कि एन सी जिस तरह अपने घोषण पत्र में दावा करती है कि दुनिया भर में आतंकवाद की फैक्ट्री के रुप मे मशहूर पाकिस्तान से बातचीत करने की बात करते हैं इससे यह स्पस्ट होता है कि कांग्रेस एन सी के एजेंडे का मौन समर्थन कर रही है यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है,

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर की सुरक्षा और स्थिरता के लिए किए गए मोदी सरकार के अथक प्रयासों से आज वहां शान्ति और स्थिरता आई है। जम्मू कश्मीर में भाजपा एक मात्र विकल्प है जिससे जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा, एकता, और किसी भी प्रकार के भेदभाव या विघटनकारी गतिविधियों को रोका जा सके।

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