बिहार, 2 नबंवर 2024
दुनिया में कब क्या हो जाये कोई नहीं जानता। आज के इस युग में चाहे अपने हो या फिर कोई ओर विश्वास किसी का भी नहीं। ऐसा ही एक वाक्या बिहार के अररिया जिले सामने आया है। जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको जानकर लोगों के होश उड़ गये है। बता दे कि यहां एक मजदूर परिवार ने अपने बच्चों को पालने के लिए फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। लोन की किस्तें नहीं भरने पर फाइनेंस कंपनी का एजेंट उन्हें धमकी देने लगा, जिससे परिवार डर गया। डरे-सहमे माता-पिता ने अपने डेढ़ साल के बेटे को 9 हजार रुपये में बेच दिया। बच्चे का सौदा किसी और ने नहीं बल्कि उसके मामा ने कराया और रकम उसने खुद हड़प ली। मामा ने जिस शख्स को बच्चा बेचा उसने उसका सौदा 2 लाख रुपये में बेंगलुरु में कर दिया। जब गांववालों को बच्चे को बेचे जाने की जानकारी हुई। उन्होंने चंदा कर 9 हजार रुपये बच्चे के मामा को दिए और उसे वापस मांगा। वह बच्चा देने में आनाकानी करने लगा। मामला सोशल मीडिया के जरिए पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने एक संस्था की मदद से बच्चे को बरामद कर लिया है। हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी पर कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामलें में थाना में एक मामला कांड संख्या 1141/24 दर्ज करते हुए बच्चें को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया है. बच्चा अब किसके पास रहेगा यह बाल कल्याण समिति तय करेगी।
मजदूर है हारून
बता दे कि बच्चे के पिता हारून एक दिहाड़ी मजदूर है जिससे वो बामुश्किल महीने में 3 से 4 हजार रुपये कमा पाता है। बच्चे की माँ रेहाना खातून ने माइक्रो फाइनेंस से 50 हजार का लोन लिया था, जिसमें उसने 3 से 4 किस्त जमा की थी। उसके बाद वह लोन चुकाने में असमर्थ हो गई। परिजन के मुताबिक लोन एजेंट ने लोन न चुका पाने पर जेल भेजने की धमकी दी, जिसके बाद परिवार डर गया।