बारामती,5 नवंबर 2024
बारामती में शरद पवार ने विधानसभा चुनाव में भविष्य में चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर एक भावुक भाषण दिया, जिसे एनसीपी (एसपी) के लिए ‘ब्रह्मास्त्र’ माना जा रहा है। 83 वर्षीय पवार ने कहा कि वे अब सत्ता में नहीं हैं और राज्यसभा में उनके कार्यकाल के बाद वे चुनावी राजनीति से संन्यास लेंगे। पवार ने 14 बार चुनाव जीतने के लिए जनता का धन्यवाद किया। उनकी यह घोषणा बारामती में उनके भतीजे अजित पवार के लिए चुनौती बन सकती है, जो छठी बार चुनावी मैदान में हैं। पवार ने 1967 से राजनीतिक करियर शुरू किया और छह दशकों से बारामती पर कब्जा बनाए रखा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार के खिलाफ पोते युगेंद्र पवार को मैदान में उतारा है, जिससे बारामती की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। 20 नवंबर को होने वाली वोटिंग को शरद और अजित पवार के बीच जनमत संग्रह माना जा रहा है। अगर अजित की पार्टी हारने के बावजूद बारामती जीत जाती है, तो शरद पवार का 60 साल पुराना वर्चस्व खत्म हो जाएगा। पवार ने अपने बारामती भाषण में कहा कि अब युवा नेतृत्व तैयार करने का समय है और उन्होंने इमोशनल दांव खेलते हुए चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की बात की। पहले उन्होंने ‘नो टायर्ड, नॉट रिटायर्ड’ कहकर चुनौती दी थी, अब देखना होगा कि उनका यह दांव अजित पवार पर भारी पड़ता है या नहीं। 23 नवंबर को परिणाम स्पष्ट होंगे।