रांची,5 नवंबर 2024
झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी 2019 की कम मार्जिन वाली हारी सीटों पर विशेष फोकस कर रही है। इस बार आदिवासी क्षेत्रों सहित नाला, जामा, जरमुंडी, कोडरमा, गोड्डा, मांडू, बाघमारा, सिमडेगा, और देवघर सीट पर जीत के लिए शिवराज सिंह चौहान, हिमंता बिस्वा सरमा, और बाबूलाल मरांडी को खुली छूट दी गई है, ताकि पिछली हार को जीत में बदला जा सके।
झारखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी 2019 की कम मार्जिन से हारी सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों सहित नाला, जामा, जरमुंडी, कोडरमा, गोड्डा, मांडू, बाघमारा, सिमडेगा, और देवघर सीटों पर जीत के लिए शिवराज सिंह चौहान, हिमंता बिस्वा सरमा, और बाबूलाल मरांडी को खुली छूट दी गई है, ताकि पिछली हार को जीत में बदला जा सके।
सिमडेगा सीट पर 2019 में बीजेपी प्रत्याशी को सबसे कम वोटों से हार का सामना करना पड़ा, जहां कांग्रेस उम्मीदवार ने केवल 285 वोटों से जीत हासिल की। बाघमारा में यह अंतर 824 वोट, जामा में 2426 वोट, जरमुंडी में 3099 वोट, और नाल में 3520 वोट रहा। ऐसे में इस बार किसी भी चूक से बचने के लिए खास ध्यान दिया जा रहा है, और पिछले चुनाव के वोटों के जोड़-घटाव की गणित पर काम किया जा रहा है।
बीजेपी खिजरी, घाटशिला, गुमला, और गांडेय विधानसभा सीटों पर भी कम मार्जिन से हारी थी, जिसके चलते पार्टी इस बार हार के अंतर को खत्म करने के लिए जोर लगा रही है। 2019 में आदिवासियों के लिए आरक्षित 28 में से 26 सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इनमें मनोहरपुर, मझगांव, चक्रधरपुर, सरायकेला, खरसावां, जगन्नाथपुर, और अन्य शामिल हैं। पिछली बार पार्टी को केवल खूंटी और तोरपा में जीत मिली थी, जबकि मनोहरपुर और लोहरदगा की सीटें आजसू पार्टी ने छोड़ दी हैं।