
नोएडा,6 दिसंबर 2024
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे किसान आंदोलन में कुछ लोगों और एक संगठन पर अराजकता फैलाने और वार्ता को बाधित करने का आरोप लगाया है। भाकियू के पश्चिमी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना ने फेसबुक लाइव के माध्यम से बताया कि आंदोलन सही दिशा में जा रहा था, जहां अधिकारी और सरकार किसानों की मांगें सुनने के लिए तैयार थे। महापंचायत के दिन जेल में बंद 123 किसानों को रिहा भी किया गया था और वार्ता के लिए दो-तीन दिन का समय मांगा गया था। लेकिन आंदोलन में कुछ लोग और संगठन विपक्षी दलों के साथ मिलकर आंदोलन को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं।
पवन खटाना ने भाकियू के समर्थकों से अपील की कि वे ऐसे संगठनों और लोगों से दूरी बनाए रखें, जो आंदोलन के शांतिपूर्ण स्वरूप को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाकियू हमेशा शांतिपूर्ण प्रदर्शन के माध्यम से अपनी बात रखने में विश्वास रखता है। उन्होंने आंदोलन को सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाने की बात भी कही। गौरतलब है कि यह आंदोलन 26 नवंबर से शुरू हुआ था, जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के तहत कई संगठन शामिल हैं। हालांकि, दलित प्रेरणा स्थल पर धरने को लेकर विवाद के कारण आंदोलन में बाधा आई और कुछ किसान नेताओं की गिरफ्तारी भी हुई।