आगरा,22 अक्टूबर 2024
आगरा में एक 15 वर्षीय किशोर ने अपनी मां के घर छोड़ने के बाद आत्महत्या कर ली। किशोर ने करवाचौथ पर मां के लौटने की उम्मीद में कई बार फोन करने की कोशिश की, लेकिन मां ने बात नहीं की। अवसाद में आकर उसने फांसी लगा ली। दुखद बात यह है कि मां आखिरी बार भी अपने बेटे का चेहरा देखने नहीं आई।
सिकंदरा के रुनकता सिल्वर एस्टेट कॉलोनी के निवासी मनोज शुक्ला, जो एक बेयरिंग फैक्ट्री में काम करते हैं, का इकलौता बेटा पारस शुक्ला 11वीं कक्षा का छात्र था। मनोज की पत्नी शकुंतला से विवाद के बाद घर छोड़कर चली गई, और वह पड़ोस में किराए पर रह रही है।
पारस ने करवाचौथ पर मां का इंतजार किया और कई बार शकुंतला के कमरे पर गया, लेकिन उसने उससे बात नहीं की। पारस ने फोन किया, लेकिन उसकी मां ने बात नहीं की। उसने पिता के साथ खाने के दौरान मां की यादें साझा की, यह मानते हुए कि वह आएगी, लेकिन वह नहीं लौटी। गहरे अवसाद में आकर, रविवार शाम 7 बजे खाने के बाद, मनोज बाहर गए और लौटने पर बेटे को फंदे पर लटका पाया।
पारस अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और मां के जाने से बहुत दुखी था। उसने कई बार मां से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। पोस्टमॉर्टम के बाद पारस का शव घर लाया गया, लेकिन उसकी मां आखिरी बार भी उसका चेहरा नहीं देखने आई। थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज शर्मा के अनुसार, पारस की मां घरेलू विवाद के कारण घर छोड़कर गई थी, लेकिन परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है।