
लखनऊ,20 नवंबर 2024
लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के मालखाने से 10 लाख रुपये की हेराफेरी के मामले में पुलिस ने 2016 से अब तक तैनात रहे थाना प्रभारियों से पूछताछ करने का निर्णय लिया है। कोर्ट के आदेश पर विशेष कमिटी की जांच में मालखाने से रुपये गायब होने की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद तत्कालीन मुंशी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। मंगलवार को विशेष टीम ने मालखाना खोला और छानबीन की, वहीं थाना प्रभारियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस मामले में तत्कालीन माल खाना प्रभारी अशोक यादव को निलंबित कर दिया गया था, और प्रिय त्रिपाठी को जिम्मा सौंपा गया था। प्रिय त्रिपाठी ने गंभीर बीमारी के दौरान मालखाना पहुंचकर वहां रखे माल को समेट लिया और कहा कि माल सुरक्षित नहीं है। इसके बाद प्रिय की दिसंबर 2022 में मौत हो गई, और पुलिस के पास इस घटना की फुटेज भी मौजूद है। अब मामले की जांच के लिए विशेष टीम सख्त कार्रवाई की योजना बना रही है।






