
लखनऊ, 5 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को महाकुंभ की विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि प्रयागराज में 45 दिनों तक चले विशाल धार्मिक समागम के दौरान 130 नावों वाले एक परिवार ने 30 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
मंगलवार को विधानसभा में पारित 2025-26 के राज्य बजट पर चर्चा के दौरान उन्होंने विपक्ष की नकारात्मक टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा कि लोगों ने उनके दावों को खारिज कर दिया है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों से कहा, “आपकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है, क्योंकि लोग अब आपकी बात नहीं सुन रहे हैं।”
प्रयागराज के नाविकों के “शोषण” के समाजवादी पार्टी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने सदन को बताया, “मैं एक नाविक के परिवार की सफलता की कहानी बता रहा हूँ। उनके पास 130 नावें हैं। 45 दिनों (महाकुंभ) में, उन्हें 30 करोड़ रुपये का मुनाफ़ा हुआ है… इसका मतलब है कि प्रत्येक नाव ने 23 लाख रुपये कमाए हैं। दैनिक आधार पर, उन्होंने प्रत्येक नाव से 50,000-52,000 रुपये कमाए।” सीएम आदित्यनाथ ने महाकुंभ के “बेदाग” कानून-व्यवस्था प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि 45 दिनों में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक प्रयागराज आए “बिना किसी अपराध की घटना के”।
उन्होंने कहा, “उत्पीड़न, अपहरण, डकैती या हत्या का एक भी मामला सामने नहीं आया। 66 करोड़ लोग आए, इसमें हिस्सा लिया और खुशी-खुशी वापस गए। जो लोग इसमें शामिल नहीं हो सके, उन्हें लगा कि उन्होंने कुछ खो दिया, लेकिन जो शामिल हुए, वे आश्चर्यचकित रह गए।”
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बताया कि महाकुंभ के लिए 7,500 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जिससे रिकॉर्ड 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ और विभिन्न क्षेत्रों को लाभ हुआ।
उन्होंने विधानसभा को बताया कि इस आयोजन से होटल उद्योग में 40,000 करोड़ रुपये, खाद्य और दैनिक आवश्यक वस्तुओं से 33,000 करोड़ रुपये, परिवहन से 1.5 लाख करोड़ रुपये, धार्मिक प्रसाद से 20,000 करोड़ रुपये, दान से 660 करोड़ रुपये, टोल टैक्स से 300 करोड़ रुपये तथा अन्य राजस्व से 66,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने दावा किया, “महाकुंभ का आर्थिक प्रभाव इस वर्ष भारत की 6.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि में योगदान देगा।”
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि महाकुंभ पर खर्च किए गए 7,500 करोड़ रुपये सिर्फ आयोजन के लिए नहीं, बल्कि प्रयागराज के सतत विकास के लिए भी हैं। उन्होंने सदन को बताया, “महाकुंभ के माध्यम से हमने बुनियादी ढांचा प्रदान किया, जिससे शहर को दशकों तक लाभ मिलेगा। 200 से अधिक सड़कों को चौड़ा किया गया, 14 फ्लाईओवर, नौ अंडरपास और 12 गलियारे बनाए गए।” उन्होंने श्रृंगवेरपुर में भगवान राम को निषाद राज को गले लगाते हुए दिखाने वाली मूर्ति की स्थापना का भी जिक्र किया, यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर पहले अतिक्रमण किया गया था। उन्होंने विपक्ष से कहा, “आपके लिए यह वोट बैंक था। हमारे लिए यह हमारी विरासत है।”
मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया द्वारा की गई प्रशंसा पर भी प्रकाश डाला तथा प्रमुख वैश्विक मीडिया घरानों के नाम पढ़कर महाकुंभ की प्रशंसा की।