अगरतला, 16 अक्टूबर 2024:
मणिपुर के बाद अब पूर्वोत्तर के त्रिपुरा राज्य से सांप्रदायिक हिंसा की खबर आई है। मंगलवार को उत्तरी त्रिपुरा के पानीसागर उपखंड के पेकुरचेरा गांव में हिंसा भड़क उठी, जब भीड़ ने एक मंदिर और मस्जिद को निशाना बनाया। इसके बाद इलाके में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव गहराने लगा। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए, जिसमें मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करना और पुलिस अधीक्षक को हटाना शामिल है।
त्रिपुरा के गृह सचिव पी.के. चक्रवर्ती ने एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर कहा, “उत्तरी त्रिपुरा जिले के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव के कारण अगले 72 घंटों तक एसएमएस और मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है।” इस कदम का उद्देश्य अफवाहों को फैलने से रोकना और इलाके में शांति बहाल करना है।
त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक अमिताभ रंजन ने इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए कहा कि शिव मंदिर और मस्जिद पर हमले के बाद तनाव बढ़ गया था। बढ़ते तनाव को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक भानुपद चक्रवर्ती को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। धलाई जिले के पुलिस अधीक्षक अविनाश राय को अगले आदेश तक उत्तरी त्रिपुरा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दुर्गा पूजा विवाद के बाद बढ़ा तनाव
यह घटना उस समय घटित हुई है जब कुछ दिन पहले ही दुर्गा पूजा के चंदे को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी। उस झड़प में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई थी और 17 अन्य लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद से ही इलाके में तनाव बना हुआ था, और पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों को स्थिति नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया था।
स्थिति नियंत्रण में, सुरक्षा बलों की तैनाती
इलाके में शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने असम राइफल्स और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के कर्मियों को कदमतला के संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की लगातार गश्त और सतर्कता के बावजूद, स्थानीय लोगों में भय और तनाव का माहौल है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि हालात को जल्द ही सामान्य किया जाएगा और इलाके में शांति स्थापित करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।