
अलास्का, 16 अगस्त 2025
अमेरिका के अलास्का राज्य में हाल ही में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच लगभग तीन घंटे लंबी बैठक हुई। यह मुलाक़ात ऐसे समय में हुई जब विदेशी मीडिया रिपोर्टों ने अलास्का को अमेरिका की सबसे कमजोर और ‘डेड इकोनॉमी’ करार दिया है। तेल पर अत्यधिक निर्भरता और सीमित आर्थिक विविधता के चलते इस राज्य की स्थिति वर्षों से बिगड़ती रही है। रिपोर्ट के मुताबिक अलास्का बिज़नेस और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में अमेरिका के सबसे पिछड़े राज्यों में गिना जा रहा है।
अलास्का की अर्थव्यवस्था लंबे समय से कच्चे तेल पर आधारित रही है। 1968 में पहली खोज के बाद से राज्य को टैक्स छूट, डिविडेंड और राजस्व का बड़ा हिस्सा तेल से मिलता रहा। लेकिन हाल के वर्षों में ग्लोबल ऑयल मार्केट के उतार-चढ़ाव ने इसे गंभीर संकट में डाल दिया है। पिछले साल राज्य की जीडीपी ग्रोथ दर केवल 1.5% रही, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 2.8% रही। विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 का बजट 68 डॉलर प्रति बैरल की कीमत पर आधारित है, जो स्थिर रह पाना मुश्किल है। यही वजह है कि अलास्का लगातार आर्थिक दबाव में है और ‘डेड इकोनॉमी’ की श्रेणी में गिना जा रहा है।
स्थिति सुधारने के लिए राज्य प्रशासन और संघीय सरकार कई योजनाओं पर विचार कर रहे हैं। प्राकृतिक गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट, कार्बन मार्केट से कमाई और पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने जैसे प्रस्ताव सामने आए हैं। हालांकि, अनुमानित 40 अरब डॉलर की लागत वाला गैस प्रोजेक्ट अभी भी अनिश्चित है। साथ ही, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और किफायती ब्रॉडबैंड की कमी ने राज्य को और पिछड़ा बना दिया है। ऐसे माहौल में ट्रंप और पुतिन की मुलाक़ात को रणनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह आर्थिक संकट से जूझ रहे अलास्का में नई राजनीतिक हलचल और भू-राजनीतिक समीकरणों को जन्म दे सकती है।