
नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025 –
दिल्ली एयरपोर्ट पर सोमवार को एक बड़ी सुरक्षा चूक होते-होते रह गई, जब स्पाइसजेट की मुंबई जाने वाली फ्लाइट SG9282 में दो यात्रियों ने उड़ान से पहले कॉकपिट में जबरन घुसने की कोशिश की। यह घटना उस समय हुई जब विमान टैक्सीइंग कर रहा था। हंगामा बढ़ने पर पायलट ने विमान को रनवे से हटाकर वापस बे में लाया और दोनों यात्रियों को विमान से उतार कर CISF के हवाले कर दिया गया।
स्पाइसजेट की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि यह घटना 14 जुलाई को हुई। फ्लाइट दोपहर 12:30 बजे रवाना होने वाली थी, लेकिन सुरक्षा वजहों से इसमें सात घंटे की देरी हुई और यह शाम 7:21 बजे उड़ान भर सकी। बयान में कहा गया कि दोनों यात्रियों ने केबिन क्रू और अन्य यात्रियों के कहने के बावजूद अपनी सीटों पर बैठने से इनकार किया और विमान संचालन में बाधा डाली।
एयरलाइंस ने कहा कि इन यात्रियों का व्यवहार बेहद आपत्तिजनक और सुरक्षा के लिए खतरा था, इसलिए पायलट ने सभी यात्रियों और क्रू की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उन्हें विमान से हटाने का फैसला लिया।
इस घटना के अलावा एक और परेशानी पुणे से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट SG-914 में सामने आई, जिसे उड़ान भरने से ठीक पहले तकनीकी खराबी के चलते रद्द करना पड़ा। यात्रियों ने फ्लाइट के 9 घंटे देरी से रवाना होने का दावा किया, लेकिन एयरलाइन ने इसे खारिज करते हुए कहा कि फ्लाइट निर्धारित समय शाम 5:15 बजे से थोड़ी देर से रात 9:05 बजे रवाना हुई।
लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं घरेलू उड़ानों की सुरक्षा और प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रही हैं। DGCA और अन्य संबंधित एजेंसियों से उम्मीद की जा रही है कि वे इन मामलों में सख्त कार्रवाई करेंगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।