लखनऊ, 20 नवंबर 2025:
गांव में पोल्ट्री फॉर्म से फैल रही गंदगी और बीमार हो रहे लोगों का दुखड़ा लेकर उन्नाव जिले से आये नाराज ग्रामीणों ने राजधानी लखनऊ स्थित प्रदूषण बोर्ड के सामने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बोर्ड पर कार्रवाई के वादे के बाद भी समस्या की अनदेखी करने का आरोप लगाया। वहीं ये भी कहा उन्हें देखकर बोर्ड के अफसरों ने गेट बंद करवा दिए वो अपनी फरियाद लेकर कहां जाएं।
ये पूरा मामला उन्नाव जिले के सफीपुर तहसील के रहीमाबाद गांव का है। यहां रहने वाले रामनरेश व रामकृष्ण वर्मा ने प्रदूषण बोर्ड के सामने प्रदर्शन के दौरान मीडिया से कहा कि गांव में पोल्ट्री फॉर्म अवैध रूप से दबंग लोग चला रहे है। फॉर्म के मलबे व गंदगी की वजह से गांव की हवा और पानी दोनों दूषित हो गए हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं बड़े बुजुर्ग बीमार हो रहे है। मुर्गी फॉर्म की गंदगी पर बैठने वाली मख्खियों से बीमारी पूरे गांव में फैल रही है।

इस गंदगी से आसपास के 3000 लोगों में बीमारियों का खतरा है। कई बार डीएम को ज्ञापन दिया गया एसडीएम को ज्ञापन दिया गया मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों का आरोप था कि वो लोग 14 अक्टूबर को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आये थे। यहां 15 दिन में कार्रवाई की बात कही गई लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब वो एक महीने बाद यहां आए हैं तो उन्हें देखकर सिक्योरिटी गार्ड से गेट बंद करवा दिया दूसरे गेट पर गए फिर वही हुआ। जानलेवा समस्या का कोई सार्थक समाधान न निकलने से ग्रामीण मायूस दिखे। अफसर तो नहीं आये लेकिन मौके पर आई पुलिस ने उनका शिकायती पत्र लेकर कार्रवाई का भरोसा दिया है।






