देहरादून, 5 मई 2025:
उत्तराखंड में कृषि और औद्यानिकी के क्षेत्र को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंतनगर में स्टेट एग्री-होर्टि एकेडमी, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री जल्द ही केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को राज्य के कृषि और बागवानी क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं और प्रस्तावों को केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती और प्रभावी समन्वय के साथ रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग को अगले 20 से 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए एक ठोस और व्यावहारिक रोडमैप तैयार करने को कहा, जिसमें राज्य की कृषि एवं औद्यानिकी क्षेत्र की संभावित चुनौतियों, समस्याओं और समाधान का उल्लेख हो। इस रोडमैप के जरिए केंद्र सरकार से भी बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सकेगा।
मनरेगा मजदूरी दर और एग्रो टूरिज्म स्कूल का भी उल्लेख
मुख्यमंत्री ने सीमांत पर्वतीय जिलों के लिए मनरेगा में विशेष मजदूरी दर निर्धारित करने, राज्य के अंब्रेला ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालया’ को देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स पर प्रोत्साहित करने, और पंतनगर विश्वविद्यालय में युवाओं के कौशल विकास हेतु एग्रो टूरिज्म स्कूल की स्थापना के लिए केंद्र सरकार से समन्वय करने के निर्देश भी दिए।
विज्ञान और नवाचार की दिशा में भी कदम
बैठक में उत्तराखंड औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, भरसार में एनएलबीएल मान्यता प्राप्त माइक्रोबायोलॉजी लैब की स्थापना, भारतीय सेना और पंतनगर विश्वविद्यालय के सहयोग से मिलेट्स आधारित व्यंजनों के विकास की परियोजना, सगंध पौधों की प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन को फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में शामिल करने की आवश्यकता जैसे अनेक प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई।
‘महक क्रांति’ नीति के लिए वित्तीय सहायता का प्रस्ताव
देहरादून स्थित सगंध पौध केंद्र, सेलाकुई में राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण एवं इनक्यूबेटर डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने और राज्य में ‘महक क्रांति’ नीति के अंतर्गत सगंध फसलों को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता की स्वीकृति के लिए भी अनुरोध किया जाएगा। बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव राधिका झा, चंद्रेश यादव, एसएन पांडेय, अपर सचिव मनुज गोयल सहित कृषि विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।