Uttar Pradesh

वाराणसी : कचहरी में बवाल… वकीलों ने दरोगा व सिपाही को पीटा, वर्दी फाड़ी

अंशुल मौर्य

वाराणसी, 16 सितंबर 2025 :

यूपी में वाराणसी जिले की कचहरी में मंगलवार को गेट नंबर दो के पास वकीलों के एक समूह ने बड़ागांव थाने के दरोगा मिथिलेश प्रजापति और एक सिपाही को पीट दिया। गुस्साए वकीलों ने दरोगा की वर्दी तक फाड़ डाली। गंभीर रूप से घायल दरोगा को तुरंत BHU ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। घटना के बाद कचहरी परिसर में तनाव का माहौल है, और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

यह पूरा मामला बड़ागांव थाना क्षेत्र के पुआरी खुर्द गांव में दो पट्टीदारों, मोहित कुमार सिंह और प्रेमचंद्र मौर्या, के बीच पुराने जमीन विवाद से जुड़ा है। मोहित का आरोप है कि प्रेमचंद्र आराजी संख्या 125 पर अस्थायी स्थगन आदेश के बावजूद निर्माण करा रहे हैं। वहीं, प्रेमचंद्र का दावा है कि वे आराजी संख्या 126 पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वैध निर्माण कर रहे हैं और मेड से 4 फीट की दूरी बनाए रखी है। दोनों पक्ष पहले भी कई बार इस मुद्दे पर भिड़ चुके हैं, और 28 जून 2025 को भी बड़ागांव थाने में इस विवाद को लेकर दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज हुए थे।

गत 13 सितंबर को समाधान दिवस के दौरान दोनों पक्षों के बीच फिर तनाव बढ़ा। पुलिस ने दोनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात बिगड़ गई और दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने दोनों पक्षों का शांति भंग की धाराओं में चालान कर दिया। इसी दौरान वकीलों का आरोप है कि दरोगा मिथिलेश प्रजापति ने एक वकील के साथ मारपीट की, जिससे वह घायल होकर ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। यही गुस्सा वकीलों में भड़क उठा।

मंगलवार को जब दरोगा मिथिलेश प्रजापति और एक सिपाही गो अधिनियम का रिमांड पर्चा लेने कचहरी पहुंचे, तो गुस्साए वकीलों ने उन पर हमला बोल दिया। सिर्फ बड़ागांव थाने का दरोगा होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया। पिटाई इतनी बेरहम थी कि दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी चोटें आईं। जैसे ही पुलिस को घटना की सूचना मिली, भारी फोर्स कचहरी पहुंची। इस बीच कई वकील परिसर छोड़कर चले गए।

घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आए। डीएम सत्येंद्र कुमार, डीआईजी शिवहरि मीणा, डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार, एडीसीपी क्राइम सरवणन टी और एडीएम सिटी आलोक वर्मा जिला जज के पास पहुंचे। वकीलों को कोर्ट परिसर खाली करने के निर्देश दिए गए। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा ने बताया कि हमलावरों की पहचान के लिए पुलिस टीमें सक्रिय हो गई हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग की जांच की जा रही है, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। घटना के बाद कचहरी परिसर में गहमागहमी का माहौल रहा। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी है।

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