अमित मिश्रा
प्रयागराज, 29 दिसम्बर 2024:
आवाहन अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अरुण गिरी महाराज, जो लखनऊ से सड़क मार्ग द्वारा कुंभ 2025 के संगम क्षेत्र की ओर जा रहे थे, एक भीषण सड़क हादसे में घायल हो गए। यह हादसा प्रयागराज से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुआ, जब एक अन्य वाहन ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में उनके साथ मौजूद अन्य लोग भी घायल हुए हैं। सभी घायलों को प्रयागराज के स्वरूप रानी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
घटना के बाद अरुण गिरी महाराज ने इसे सामान्य दुर्घटना नहीं, बल्कि उनके खिलाफ साजिश करार दिया। उन्होंने अपनी और अन्य आचार्य पीठाधीश्वरों की सुरक्षा के लिए वाई श्रेणी सुरक्षा की मांग की है।
महाराज ने कहा, “घटना बहुत भयंकर थी, अंदर चोट लगी है और बोलने में तकलीफ हो रही है। लेकिन गुरु गजानन की कृपा से बड़ी घटना टल गई। ऐसा लगता है कि यह साजिश के तहत किया गया है, क्योंकि मैं गाड़ी में बैठकर जाप कर रहा था, और अचानक सामने से आकर गाड़ी ने टक्कर मार दी, मानो मेरी गाड़ी पर किसी ने रॉकेट छोड़ दिया हो।”
उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी से मामले की जांच कराने की मांग की है और राज्य सरकार से भी इसमें उचित कार्रवाई की अपील की है। उनका कहना है कि कुंभ के दौरान शांति भंग करने की कोशिशें की जा रही हैं और इस घटना को भी उसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
महंत के शिष्य प्रकाश आनंद महाराज ने भी साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि जिस जगह महाराज बैठे थे, वहीं टक्कर मारी गई। उन्होंने कहा कि महाराज जी हमेशा सनातन और खालिस्तान विरोधी बयान देते रहे हैं, और यह घटना कहीं न कहीं उस साजिश का हिस्सा हो सकती है।
फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। महंत अरुण गिरी महाराज और उनके शिष्यों ने सरकार से इस घटना की गंभीरता को समझते हुए उच्चस्तरीय जांच और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।