कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्टर की बेरहमी से हत्या हो गई। अंधेरी रात में उसकी पहले अस्मत लूटी गई, फिर मौत के घाट उतारा गया। उसकी हत्या से पूरा देश सदमे में है। महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या से पूरे देश में आक्रोश है। इंसाफ की मांग के लिए देशभर के डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे लेकर हजारों डॉक्टर सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सब इस पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
बीजेपी ने ममता सरकार पर कई बड़े आरोप लगाए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए भयानक बलात्कार और हत्या को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया। भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि ममता सरकार ने अपराध को छिपाने का काम किया है। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने इस मामले को लेकर सीएम ममता बनर्जी समेत इंडी गठबंधन पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कोलकाता में आज डॉक्टर भी सुरक्षित नहीं है। महिला डॉक्टर के साथ रेप होता है और उसकी हत्या तक कर दी जाती है। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इंडी गठबंधन के लोग कन्नौज और कोलकाता के मामले पर चुप क्यों हैं और कहां गईं प्रियंका गांधी जो कहती थीं कि लड़की हूं लड़ सकती हूं। त्रिवेदी ने ममता सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
कोलकाता हाईकोर्ट ने मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। यह फैसला देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बाद आया है। हाईकोर्ट ने पुलिस को मामले से जुड़े सभी दस्तावेज तुरंत सीबीआई को सौंपने को कहा है। अब कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद सवाल खड़ा हो रहा है कि पूरे देश को हिला कर रख देने वाली इस घटना की गंभीरता को भांपने में क्या ममता बनर्जी से चूक हो गई? यह सवाल इसलिए भी खड़ा हो रहा है क्यों पूरे देश में ममता बनर्जी इकलौती महिला मुख्यमंत्री हैं। सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि तृणमूल कांग्रेस जघन्य हत्याकांड की जांच केंद्रीय एजेंसी को सौंपने के बारे में समय रहते फैसला क्यों नहीं लिया? जबकि, पार्टी में ममता बनर्जी के साथ महिला सांसदों की बड़ी संख्या है।
ट्रेनी डॉक्टर दरिंदगी मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने पंश्चिम बंगाल सरकार की क्लास लगाते हुए कई सवाल भी किए हैं। कोर्ट की ओर से ममता सरकार के वकील से पूछा गया कि इस मामले में प्रिसिंपल को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है। साथ ही कोर्ट ने राज्य के सरकारी वकील से पूछा कि क्या आप कोर्ट को यह भरोसा दिलाएंगे कि जांच में पारदर्शीता रखी जाएगी। किसी भी सबूत को नष्ट नहीं किया जाएगा।
बता दें, आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेमिनार हॉल में शुक्रवार को एक महिला पीजीटी डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला था। वह चेस्ट रोग विभाग में दूसरे वर्ष की छात्रा थीं। वह गुरुवार की रात ड्यूटी पर थीं। जब उनका शव मिला तो उनके शरीर पर चोट के कई निशान थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या से पहले रेप की बात सामने आई है। उनके पिता ने भी अस्पताल के अंदर ही बेटी के साथ बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में आरोपी संजय को गिरफ्तार किया गया है।